उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व में 7 नवंबर को शिकारी के पोटाश बम से बेबी एलीफेंट अगहन घायल हो गया था। 20 दिन बाद पहाड़ी से उतरने के बाद बेबी एलीफेंट का इलाज वन विभाग द्वारा किया जा रहा था। हालत में सुधार आते ही बेबी एलीफेंट गुस्से में है। मंगलवार की रात करीब 11 बजे बेबी एलीफेंट ग्राम आमाबाहर पहुंच गया। यहां एक कमार के घर घुसकर सो रही पांच साल की बच्ची राधा को उठाकर घर से बाहर लाया और पटककर मार डाला। परिवार के अन्य सदस्य घर पर ही सो रहे थे। बच्ची के रोने की आवाज के बाद परिजन उठे। बाहर निकले तो बच्ची की लाश पड़ी थी।
घटना के बाद से वन विभाग सकते में है। क्षेत्र में अलर्ट जारी कर मुनादी भी कराई जा रही है। इस मामले में उच्चाधिकारियों ने एसडीओ सीतानदी अजय जगने और वन रक्षक रामकृष्णा साहू, एमआर साहू को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इनके जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बेबी एलीफेंट पहुंचा करही
बेबी एलीफेंट अगहन आमाबहार में घटना को अंजाम देने के बाद जंगल के रास्ते गांव से 8 किमी दूर ग्राम करही नगरी ब्लाक पहुंच गया है। हाथी लगातार मूवमेंट कर रहा है। सीतानदी
टाइगर रिजर्व का निगरानी दल भी हाथी के लोकेशन पर नजर रख रहा है। उदंती सीतानदी अभ्यारण क्षेत्र के डिप्टी डायरेक्टर वरूण जैन ने बताया कि घायल बेबी एलीफेंट अगहन ने एक बच्ची को मारा है। पीड़ित परिवार को 25 हजार की सहायता देकर आगे की प्रक्रिया की जा रही है।
वन विभाग ने आमाबहार के साथ ही रिसगांव, मेचका, संदबहरा, चमेंदा, साल्हेभाट, एकावरी, खल्लारी और गाताबाहरा में अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा वाइस कॉल और एसएमएस के माध्यम से ग्रामीणों को अलर्ट किया गया है। गांव में मुनादी भी कराई गई है। कच्चे घरों में महुआ, धान न रखने की समझाईश भी दी गई है।