नगर निगम के अपर आयुक्त राजस्व आइएएस अधिकारी एस कृष्ण चैतन्य के नाम से राजस्व संबंधी फर्जी आइडी बनाने के लिए एक पत्र 10 फरवरी को भोपाल भेजा था, जबकि इस दिन अपर आयुक्त भोपाल में बैठक में भाग लेने के लिए गए हुए थे। ये पत्र भी उनके कार्यालय से जारी नहीं हुआ था।
आइडी बनाए जाने के पहले नगरीय प्रशासन विभाग ने अपर आयुक्त को इसके बारे में बताया, लेकिन उन्होंने इस तरह की कोई चिट्ठी लिखने से इनकार कर दिया था। इसके बाद उन्होंने ये चिट्ठी बुलवाई थी, जिसमें सामने आया था कि उनके डिजिटल हस्ताक्षर को स्कैन कर ये फर्जी लेटर तैयार किया गया था।
इस मामले के सामने आने के बाद नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह ने विभागीय जांच शुरू करवाई थी। इस दौरान मस्टर कर्मचारी रजत मिश्रा, आदर्श शुक्ला, लोकेश कल्याणे, अभयसिंह सिसौदिया, विशाल शर्मा, लक्की नायक ने ही ये फर्जी आईडी बनाने के लिए चिट्ठी जारी की थी।
गाली-गलौच करने वाले कर्मचारी को किया बाहर
नगर निगम के 18 नंबर जोनल कार्यालय पर जलप्रदाय में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर उदयसिंह वर्मा की ऑडियो रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद उस पर कार्रवाई करते हुए उसे नौकरी से बाहर कर दिया गया है। वर्मा जोन पर नगर निगम द्वारा पंजीकृत प्लम्बर्स से अभ्रदता करने के साथ ही गाली-गलौच कर रहा था।