शनिवार की रात हुई थी विशाल की चाकू मारकर हत्या
जिले के हौली बलिया के रहने वाले विनीत सिंह के 22 वर्षीय एकलौते पुत्र विशाल सिंह को शनिवार की रात साढ़े आठ बजे किसी ने मोबाइल फोन कर गांव के बाहर बुलाया।इसके बाद उनकी चाकू मारकर हत्या कर दी। इसके बाद मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि मुख्य आरोपित बघड़ा के समीप पहुंचने वाला है।
पुलिस के रोकने पर बदमाश ने किया फायरिंग, जवाबी फायरिंग में लगी गोली
मुखबिर की सूचना के बाद एसओजी व पुलिस की दो अन्य टीमें भी पहुंच गई। पुलिस ने जब उसे रोकने का प्रयास किया तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस कर्मियों ने अपना बचाव करते हुए जवाबी फायरिंग की। जिसमें हत्यारोपित के पैर में गोली लग गई। पूछताछ में उसने अपना नाम मोहम्मद रजा खान निवासी घोषीपुरवा थाना शाहपुर जिला गोरखपुर बताया।उसने बताया कि विशाल सिंह से उसकी पुरानी रंजिश रही है। उसी रंजिश में बुलाकर उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद पुलिस ने उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया है। पुलिस इस घटना में शामिल अब अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
घायल हत्यारोपी मेडिकल कालेज में भर्ती
ASP दीपेंद्र नाथ चौधरी ने युवक की हत्या में शामिल मुख्य आरोपित को मुठभेड में गिरफ्तार किया गया है। पैर में गोली लगने के बाद उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। पुरानी रंजिश में उसने हत्या की थी।
विशाल सिंह हत्या के मामले में लापरवाही बरतने पर एकौना के थानाध्यक्ष निलंबित
एकौना क्षेत्र के हौलीबलिया गांव में शनिवार की रात छात्र नेता विशाल सिंह की हत्या के मामले में लापरवाही बरतने पर थानाध्यक्ष दिलीप पांडेय को सोमवार की देर शाम पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है। पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि जांच पड़ताल के दौरान थानाध्यक्ष की लापरवाही पाई गई। जिसको लेकर थानाध्यक्ष दिलीप पांडेय को निलंबित कर उप निरीक्षक अभिषेक राय को एकौना का थानाध्यक्ष बनाया गया है।
थानाध्यक्ष पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप
हौलीबलिया के विशाल सिंह हत्या के बाद स्वजन ने अपनी सुरक्षा के प्रति आशंका जताई है। घर घटना के बारे में जानकारी लेने पहुंचे पुलिस के उच्चाधिकारियों से पिता विनीत सिंह ने शस्त्र लाइसेंस देने की गुहार लगाई है। घटना के लिए मुकामी पुलिस की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। थानाध्यक्ष को तत्काल बर्खास्त करने मांग की। उन्होंने उनके ऊपर अपराधियों को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया।