वहीं निर्माण कंपनी से जुड़े एक कर्मचारी की अनाधिकृत बयानबाजी पर भी नेशनल हाईवे प्राधिकरण ने नाराजगी जताई। इस पर कंपनी ने उक्त कर्मचारी को हटा दिया।
NHAI की कार्यशैली पर उठे सवाल
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway ) पर
दौसा के भांडारेज इंटरचेंज के पास दो दिन पूर्व सड़क के बीचोंबीच एक गहरा गड्ढा होने से निर्माण में लापरवाही उजागर हुई थी। साथ ही एनएचएआइ की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हुए। इसको केंद्र सरकार व नेशनल हाईवे प्राधिकरण ने गंभीरता से लेते हुए जांच व कार्रवाई शुरू की है। हाईवे पर हुए गड्ढे की मरम्मत कराकर यातायात भी अब सुचारू करा दिया गया है।
ये देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
दरअसल,
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस (Delhi-Mumbai Expressway ) वे को देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे कहा जाता है, अब गुणवत्ता की पोल खोलता नजर आ रहा है। भांडारेज इंटरचेंज के पास पिलर संख्या 182.300 पर सड़क का एक हिस्सा धंस गया था, जिससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। हांलाकि, किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई, जो कि एक बड़ी राहत की बात रही।
1 लाख करोड़ की लागत से बनी सड़क
उल्लेखनीय है कि इस एक्सप्रेस वे को बनाने में करीब 1 लाख करोड़ रुपये की लागत आई है। 12 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री मोदी ने इसका उद्घाटन किया था। उस समय इसे देश की आधारभूत संरचना का एक उत्कृष्ट उदाहरण बताया गया था।