दौसा के DEO प्रारंभिक व ADPC एपीओ, शिक्षा विभाग में आदेश बने चर्चा का विषय
Rajasthan Government Orders : राजस्थान सरकार ने शुक्रवार रात आदेश जारी कर जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) और अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा को एपीओ कर दिया। यह आदेश शिक्षा विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है।
Rajasthan Government Orders : राजस्थान सरकार ने शुक्रवार रात आदेश जारी कर जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) और अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा को एपीओ कर दिया। यह आदेश शिक्षा विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है। एपीओ आदेश में कारणों का खुलासा नहीं होने से कयासबाजी का दौर चलता रहा। शिक्षा (ग्रुप-2) विभाग के संयुक्त शासन सचिव मनीष गोयल ने आदेश जारी कर जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) सीताराम शर्मा और अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक (समग्र शिक्षा) अंजना त्यागी को तत्काल प्रभाव से आदेशों की प्रतीक्षा (एपीओ) में कर मुख्यालय शिक्षा विभाग शासन सचिवालय जयपुर किया गया।
गौरतलब है कि इन दोनों अधिकारियों को 27 दिसंबर को जारी ट्रांसफर लिस्ट में दौसा लगाया गया था। सीताराम शर्मा को सीबीईओ रामगढ़ (अलवर) से डीईओ प्रार. दौसा के रिक्त पद पर लगाया गया था। साथ ही डीईओ माध्यमिक का अतिरिक्त चार्ज भी दिया। वहीं अंजना त्यागी को सीबीईओ बांदीकुई के पद से एडीपीसी के रिक्त पद पर लगाया था तथा सीडीईओ का कार्यभार भी दिया गया।
शायद शिकायत का है असर!
सूत्रों ने बताया कि गत दिनों जारी किए गए कुछ आदेशों को लेकर एक मंत्री तक शिकायत पहुंची। मंत्री ने तत्काल शिक्षा मंत्री को अवगत कराया, जिसके बाद दोनों अधिकारियों को एपीओ कर दौसा से हटाया गया है। इसके अलावा भाजपा की आपसी खींचतान से भी इस आदेश को जोड़ा जा रहा है, क्योंकि दोनों अधिकारियों की गत दिनों एक नेता के साथ फोटो वायरल हुई थी।
गत वर्ष अगस्त से ही जिला शिक्षा अधिकारी का पद रिक्त चल रहा था। इसके बाद सीडीईओ गोविंदनारायण माली की भी पदोन्नति होने से वे भी चले गए। ऐसे में शिक्षा विभाग के चारों प्रमुख पद सीडीईओ, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक व माध्यमिक तथा एडीपीसी रिक्त हो गए। बसवा डाइड के प्राचार्य ओमप्रकाश मीना को सभी पदों का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया। जनवरी में सीताराम शर्मा और अंजना त्यागी के ज्वाइन करने के बाद दो रिक्त पद भरे थे, लेकिन एपीओ आदेश से फिर रिक्त हो गए हैं। अब किस पद का चार्ज जिले के कौनसे अधिकारी को मिलेगा, यह भी चर्चा का विषय बना है।