डंपर में करीब 62 टन रोड़ी भर रखी थी। जबकि उसकी क्षमता केवल 35 टन (ट्रक के वजन सहित) ही थी। इसलिए उसके ब्रेक हो गए और हादसे का कारण बना। ज्यादा रोड़ी भरने के लिए डंपर को मॉडिफाई भी करवा रखा था। भारी वाहनों के लिए सुबह 8 से रात्रि 8 बजे तक नो एंट्री होने के बावजूद डंपर भीड़ वाले क्षेत्र में प्रवेश कर गया। हादसे के बाद डंपर का ओवरलोड मामले में चालान भी कर दिया गया।
CM भजनलाल ने प्रशासन को दिए निर्देश
इस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma on Dausa Accident) ने सोशल मीडिया हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘दौसा जिले में हुए भीषण सड़क दुर्घटना में जनहानि एवं कई नागरिकों के घायल होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के समुचित एवं त्वरित चिकित्सीय उपचार सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिए गए हैं। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान व घायलों को अति शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। ढलान में अनियंत्रित हो गया डंपर
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश सोनवाल ने बताया कि दौसा की ओर से आ रहा एक डंपर घाटी की ढलान में अनियंत्रित हो गया और रोड पर मौजूद वाहनों व राहगीरों को टक्कर मार दी। हादसे में रेवड़मल पुत्र गेंदालाल महावर निवासी रालावास व उनकी बारह साल की बेटी लक्ष्मी, महेशचंद शर्मा (40) पुत्र देवनारायण निवासी बसंत विहार कॉलोनी दौसा, रामहरि योगी (42) पुत्र लोहड़ची, चौथी मीना (40) निवासी बामनहेड़ी, रामगढ़ पचवारा की मौत हो गई। डंपर चालक घटना के बाद मौके से फरार हो गया। उधर, खनन विभाग ने डंपर को जब्त कर लिया है। डंपर जयपुर ग्रामीण के हाथीपुरा से सवाईमाधोपुर जा रहा था।