यह महानगर नहीं दतिया शहर है जनाब दतिया। दतिया शहर में पहली दस मंजिला(हाईराईज)बिल्ंिडग बनाई गई है। दस मंजिला यह बिल्ंिडग 41 करोड़ 87 लाख रुपए की लागत से ग्वालियर – झांसी हाइवे के किनारे बनी है। इस बिल्ंिडग में 168 पुलिस अधिकारी एवं आरक्षकों के परिवार निवास करेंगे। रात में लाईटिंग होने पर यह बिल्ंिडग लोगों को दूर से ही अपनी ओर आकर्षित करती है और दतिया में महानगर की झलक दिखाती है।
बिल्ंिडग बाहर से जितनी आकर्षक दिख रही है अंदर से भी यह उतनी ही खूबसूरत है। इस बिल्ंिडग में रहने वाले सभी परिवारों के लिए पार्क, लायब्रेरी, व्यायामशाला सहित अन्य सुविधाएं भी हैं। दस मंजिला इस बिल्ंिडग का गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने समारोह पूर्वक लोकार्पण किया। इस अवसर पर समय सीमा में काम पूरा करने पर उन्होने ठेकेदार की तारीफ की। ठेकेदार ने बताया कि बिल्ंिडग बनाने में स्थानीय लोगों को रोजगार दिया गया। बिल्ंिडग बनाने में उपयोग होने वाली सामग्री सहित निर्माण में दतिया के श्रमिकों को ही रोजगार दिया गया। बिल्ंिडग के लोकार्पण अवसर पर कलेक्टर संजय कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
85 प्रतिशत पुलिसकर्मियों को मिले आवास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दतिया में 85 प्रतिशत पुलिस कर्मियों को आवास की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। शेष रहे 15 प्रतिशत पुलिस कर्मियों को आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।
माई के नाम पर होंगे भवन के नाम हाइवे किनारे बनीं दस मंजिला तीन इमारतों के नाम देवियों के नाम पर रखे जाएंगे। इमारतों का नाम क्रमश: मां पीतांबरा, मां रतनगढ़ और मां तारादेवी के नाम पर होगा। उल्लेखनीय है कि नव निर्माणाधीन इस बिल्ंिडग में 24 अराजपत्रित अधिकारी एवं 144 आरक्षक अपने परिवार के साथ रहेंगे। यह निर्माण कार्य मध्यप्रदेश पुलिस आवास एवं अधोसंरचना विकास निगम द्वारा किया गया है।
एसपी ने दिया स्वागत भाषण कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने कहा कि जहां एक ओर पहले पुलिस वालों के आवास की सुविधा के नाम पर झोपड़ीनुमा मकान मिलता था वहीं अब इस बहुमंजिला को इमारत को देख कर पुलिस वालों के परिवार को भी गर्व होगा कि वह सर्व सुविधायुक्त आवासों में निवास कर रहे हैं।