कोरोना की दो लहरों में हजारों लोग शिकार हो चुके हैं। संक्रमण दर्शनार्थियों के जरिए अन्य लोगों में न फैले इसलिए पहली लहर में ही यानी पिछले साल मार्च में ही पीतांबरा पीठ मंदिर दूर-दूर से आने वाले लोगों के लिए बंद कर दिया था। इससे मां बगलामुखी, धूमावती माई व पीठ पर स्थापित प्राचीन वन खंडेश्वर समेत अन्य देवी-देवताओं के दर्शन करने आने वालों में निराशा छा गई थी। अगर तीसरी लहर का प्रकोप हुआ तो फिर मंदिर दर्शनों के लिए बंद करना पडऩा सकता है, लेकिन इसी बीच भक्तों के लिए यह अच्छी खबर है कि तीसरी लहर से पहले संभवत: बगलामुखी व धूमावती की आरती व दर्शनों की ऑनलाइन डिस्प्ले की व्यवस्था हो सकती है। इस पर मंथन चल रहा है। हालांकि प्रबंधन पूरी तरह से इस व्यवस्था से सहमत है व हर तरह से प्रयास में जुटा हुआ है।
घर बैठे ले सकेंगे आरती का आनंद रात में 9 बजे (विशेष अवसरों पर साढ़े ९ बजे) होने वाली बगलामुखी की आरती व सुबह ८ व शाम ८ बजे होने वाली धूमावती माई की आरती घर बैठे देख सकेंगे। इसके लिए दोनों मंदिरों में कैमरे तो लगे ही हैं, उन कैमरों को एक्सपर्ट की मदद से इस तरह से जोड़ा जाएगा कि आरती घरों में बैठकर बेवसाइट के सहारे देख सकेंगे।
इसलिए खतरा ज्यादा कोरोना काल मेंं मंदिर आम लोगों के लिए बंद होने से यहां हर रोज बड़ी संख्या में दर्शनार्थी आते थे। हर शनिवार को तो यह संख्या 50 से 60 हजार तक पहुंच जाती थी। मंदिर फिर से खुल गया है। तीसरी लहर ने जोर पकड़ा तो फिर से मंदिर दर्शनों के लिए बंद करना होगा। ऐसे में भक्तों की आस्था पर चोट हो सकती है।
पीतांबरा पीठ स्थित मां बगलामुखी देवी व धूमावती माई की आरती का ऑनलाइन डिस्प्ले करने की तैयारी की जा रही है ताकि कोरोना की आशंकित तीसरी लहर में लोग घर बैठे आरती ले सकें। इसके लिए बेवसाइट तैयार की जा रही है।
– पं. महेश दुबे, प्रबंधक, पीतांबरा पीठ