500 की आबादी वाले गुलियापुरा गांव के किसान नरेंद्र कुशवाह कहते हैं, गांव में पक्की सडक़ें बन गईं, नल-जल योजना का लाभ भी मिल रहा है, लेकिन रोजगार के साधन नहीं होने से ग्रामीण खेती पर निर्भर हैं। गौराघाट के बलवीर सिंह रावत का कहना है, क्षेत्र में तीन शुगर मिल हैं। यहां किसान अपना गन्ना बेचते हैं। 18 से 24 घंटे बिजली मिलनी चाहिए, लेकिन 9 से 12 घंटे ही मिलती है। राकेश रावत ने कहा, भाजपा ने किसानों के हक में कुछ नहीं किया। सभी में डर है, इसलिए खुल के कोई कुछ नहीं बोलना चाहता, लेकिन हमने तय कर लिया है कि वोट किसे देना है।
शहर में नहीं स्वास्थ्य सुविधा
समाजसेवी गोविंद परिहार कहते हैं, विकास के काम हुए हैं, वहीं किसान सुरेन्द्र सिंह यादव का कहना है कि किसान नाराज हैं। बिजली के बिल, केसीसी ऋण माफी जैसे लाभ नहीं मिले। मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद भी यहां समुचित इलाज नहीं मिल पाता। बीएससी कर रहे संदीप शर्मा बोले- मेडिकल में भर्ती होने वाले गंभीर मरीजों को ग्वालियर रेफर कर दिया जाता है। अजय यादव ने कहा, यहां कानून व्यवस्था ही सबसे बड़ी समस्या है। महेन्द्र सिंह चौहान का कहना है कि लूट-पाट की घटनाओं पर लगाम लगी है।
मुख्य प्रतिद्वंद्वी
डॉ. नरोत्तम मिश्रा, भाजपा
राजेंद्र भारती, कांग्रेस
प्रमुख मुद्दे
भाजपा की ओर से: विकास के नाम पर वोट मांग रहे। कैंपेनिंग इसी के इर्द-गिर्द। सुरक्षित और भयमुक्त दतिया का दावा। सरकारी योजनाओं के माध्यम से जीवन स्तर में सुधार का मुद्दा।
कांग्रेस की ओर से: गृहमंत्री के राज में क्षेत्र में आतंक का माहौल है। मंत्री की अनुमति के बिना एफआइआर नहीं होती। अन्याय, भ्रष्टाचार, घूसखोरी से निजात दिलाने मांग रहे वोट।