National Ramayan Mahotsav : राम की भक्ति में झूमा छत्तीसगढ़ , देखें अनोखी झलकियां….
12 दिनों लगे पहुंचने में बस्तर संभाग से पहली बार दंतेवाड़ा के तीन उत्साही युवा शिक्षक कमल किशोर रावत, देवेंद्र सोनी तथा सुजीत सिंह चौहान ने हाल ही में एवरेस्ट बेस कैंप ट्रेक की इस उपलब्धि को कठिन चढ़ाई, शून्य से लगभग 16 डिग्री कम तापमान, (jagdalpur news today) अधिक ऊंचाई पर ऑक्सीज़न की कमी से होने वाले प्रभावों को झेलते हुए 12 दिनों में पूरा कर 16 मई को एवरेस्ट बेस कैंप नेपाल में तिरंगा लहराया। जिसके लिए नैना सिंह धाकड़ ने उन्हें फोन व व्हाट्सअप पर बधाई दी।National Ramayan Mahotsav : 8 राज्यों की खास प्रस्तुति, हंशराज रघुवंशी और लखबीर सिंह के भजन से झूमने लगेंगे लोग
साझा किया अनुभव पिछले दो वर्षों से ईबीसी ट्रेक की तैयारी करते हुए और आख़िरकार इस कठिनतम ट्रेकिंग को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद शिक्षक कमल किशोर , देवेंद्र व सुजीत ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि माउंट एवरेस्ट को किताबों में पढ़ने , फोटो या वीडियो में देखने की तुलना में यहाँ तक पहुंच कर महसूस करना अद्भुत और रोमांचित करने वाला अनुभव है। यह हमारी कल्पना से कहीं ज्यादा भव्य और विशाल है। (Jagdalpur News in hindi) दुनिया के सबसे खतरनाक माने जाने वाले तेनज़िंग हिलेरी, लुकला एयरपोर्ट पर लैंड करने से शुरू ये रोमांच बेस कैंप के चरम तक पहुँचता है। पथरीली फिसलन भरी चढ़ाई, हड्डियों को जमा देने वाली ठण्ड और अधिक ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी, पूरे ट्रेक में ऐसी बहुत सी चुनौतियां आपकी कठिन परीक्षा लेती हैं।