कोर्ट में 25 अगस्त को सहायक ग्रेड 3 व स्टेनो पद के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था। उक्त
परीक्षा की मेरिट सूची 14 सितंबर को जारी की गई। इससे पूर्व न्यायालय के बाबू और चौकीदार ने बड़ी चालाकी से मुख्य उत्तर पुस्तिका को बदल कर नई उत्तर पुस्तिका स्ट्रांग रूम में रख दी। इस खेल को अंजाम देने के लिए आरोपी पूनम चंद्र यादव और गणेश मरकाम देर शाम का समय निर्धारित किया। उन्होंने असली उत्तर पुस्तिका को निकाल कर नई उत्तर पुस्तिका अभ्यार्थियों को दी। इनमें सही उत्तर लिखवाए गए और फिर से स्ट्रांग रूम रख दिया। इसके बाद परीक्षा परिणामों की घोषणा हो गई।
Dantewada Crime News: पूछताछ में कबूला काला कारनामा
उत्तर पुस्तिका जांच करने के दौरान
पर्यवेक्षकों को हस्ताक्षर के नमूने ने संदेह को जन्म दिया। सूत्र बता रहे हैं जिस पर्यवेक्षक को उत्तर पुस्तिका जांच करनी थी वह दूसरे पर्यवेक्षक के पास पहुंची। दोनों पर्यवेक्षकों ने संदेह होने पर हस्ताक्षर की जांच करवाई तो वे हस्ताक्षर जाली निकले। यहां से विभागीय जांच के आदेश किए गए। सीसीटीवी कैमरा और अन्य जांच के बाद पहले चौकीदार से पूछताछ की गई। इसके बाद बाबू से। दोनों ने अपना उत्तर पुस्तिका बदलने की बात कबूल कर ली।
बाबू और चौकीदार ने मिलकर 25 लाख रुपए का कमाने का प्लान तैयार किया था। इस मामले में पांच आरोपियों को पकड़ा गया है। इनसे एक लाख 28 हजार रुपए बरामद किए गए। पूछताछ (Dantewada Crime News) में आरोपियों ने पांच पदों के लिए प्रत्येक से पांच-पांच लाख रुपए में सौदा तय होने की बात कही। इनमें से एक अभ्यार्थी ने डेढ़ लाख रुपए एडवांस दिए थे।
स्थानीय स्तर पर आयोजित बाबू की परीक्षा जिसमें स्टेनो का एक पद और सहायक ग्रेड के चार पदों के लिए कोर्ट के बाबू और चौकीदार ने फर्जी तरीके से उत्तर पुस्तिकाओं को बदल दिया। इन पदों के लिए पैसों के लेन-देन के उक्त फर्जीवाड़े में आरोपियों पर केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।