बीते महीनों एक छात्रा इसी तरह मालगाड़ी के नीचे से निकलने के दौरान हादसे का शिकार हो गई थी और हादसे मे छात्रा को जान गंवानी पड़ी थी। ग्राम गडिय़ा और चंदपुरा से घटेरा हाईस्कूल में पढऩे आने वाले अमन सींग, मंगल सींग, भूपेंद्र सिंह, ओमकार, सिब्बू सींग, वीर सींग , रक्षा, शांति, आरती, दिव्या ने बताया कि रेल पटरियों को क्रास करना और खड़ी मालगाडिय़ों के नीचे से निकलने के दौरान डर लगता है, लेकिन हालातों से डरकर स्कूल जाना तो बंद नहीं कर सकते। यहां छात्र-छात्राओं की जरा सी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
रेलवे ने रेलवे गेट को बंद कर रेलवे पटरी के नीचे अंडर ब्रिज का निर्माण हुआ था, लेकिन इस अंडर ब्रिज में पानी के भराव और कीचड़ के कारण जहां वाहन चालक तो मजबूरी में वाहनों को निकाल देते हैं, लेकिन अंडर ब्रिज के अंदर भरे पानी और कीचड़ से पैदल होकर गुजरने से ग्रामीण व छात्र-छात्राएं परहेज करते हैं । रेलवे के संबंधित विभाग द्वारा अंडर ब्रिज में व्यवस्थाओं को लेकर औपचारिकता निभाते हुए थोड़ा बहुत सुधार कार्य करा दिया जाता है, लेकिन उसके बाद भी अंडर ब्रिज में पानी का भराव बारह महीनों बना रहता है। यही कारण है एक ओर से दूसरी ओर पैदल जाने वाले ग्रामीण एवं छात्र-छात्राओं के लिए रेल पटरी को पार करना मजबूरी बनी हुआ है।
घटेरा स्टेशन में बनने वाला फुट ओवर ब्रिज का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। वहीं अंडर ब्रिज में भरा पानी ग्रामीणों यात्रियों व छात्र छात्राओं को रेल पटरी पार करने विवश कर रहा है। घटेरा में संचालित शासकीय हाइस्कूल में रेलवे लाइन के उस पर बसे ग्राम गडिय़ा, चंद्पुर ,कुसाई व आदिवासी मोहल्ला के बच्चे प्रतिदिन अपनी जान जोखिम में डालकर रेल पटरी को पार कर स्कूल पहुंचते हैं । बता दें कि रेलवे स्टेशन घटेरा में रेलवे यात्रियों को एक प्लेटफार्म से अन्य प्लेटफार्म पर जाने के लिए रेलवे प्रशासन के द्वारा ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य कराया जा रहा है लेकिन यह फुट ओवर ब्रिज का कार्य अभी अधूरा पड़ा है।
मामला संज्ञान में लाया है, डीआरएम रेल जबलपुर को पत्र लिखकर अंडरब्रिज मे पानी निकासी की स्थाई व्यवस्था करने व जल्द से जल्द फुट ओवर ब्रिज का निर्माण पूर्ण करने निर्देशित करता हूं।
धर्मेंद्र सिंह लोधी, राज्यमंत्री मप्र शासन