बाज के रूप में आकर बेटी को दिया आशीर्वाद
अजीबो गरीब वाक्या दमोह जिले के रंजरा गांव का है। गांव के रहने वाले जालम सिंह लोधी की मौत 7 दिन पहले 18 अप्रैल 2024 को एक सड़क हादसे में हो गई थी। 24 अप्रैल को जालम सिंह की बेटी इमरती की शादी थी। शादी से पहले पिता की मौत के सदमे के बीच इमरती की जब 24 अप्रैल को शादी हुई तो हर कोई हैरान रह गया। दरअसल शादी के दिन ही एक बाज उनके घर आ गया और पूरी शादी के दौरान मौजूद रहा। बाज ने शादी की पूरी रस्में देखीं और दुल्हन बनी इमरती के सिर पर बैठकर पंख फैलाकर उसे आशीर्वाद भी दिया। ये सारा वाक्या देख ग्रामीणों का कहना है कि बाज के रूप में जालम सिंह की आत्मा ही शादी में आई थी और बेटी को आशीर्वाद देकर गई है।
अस्थि विसर्जन कर लौटी पत्नी तो गोद में आकर बैठा बाज
बताया गया है कि पति की मौत के बाद जालम सिंह की पत्नी नोनी बाई पति की अस्थियां विसर्जित कर 24 अप्रैल को शादी के दिन ही वापस घर लौटी थीं। जैसे ही नोनी बाई घर आई तो एक बाज आकर छत पर बैठ गया और फिर नोनी बाई की गोदी में आ गया। शादी के दौरान बाज की मौजूदगी के वीडियो भी सामने आए हैं जिन्हें देखकर हर कोई हैरान है। ग्रामीणों का ये भी कहना है कि जब दुल्हन इमरती और दूल्हे देवेन्द्र की वरमाला हो रही थी तब भी बाज पास ही बैठा हुआ था। वरमाला के बाद उड़कर दुल्हन के सिर पर बैठा और पंख फड़फड़ाने लगा मानो वो बेटी को आशीर्वाद दे रहा हो। शादी के बाद बाज अचानक गायब भी हो गया।