scriptदोगुना हुई टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्या | Patrika News
दमोह

दोगुना हुई टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्या

वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व 1 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। इस बार टाइगर रिजर्व के पर्यटन में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है।

दमोहOct 17, 2024 / 06:45 pm

pushpendra tiwari

दमोह. वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व 1 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। इस बार टाइगर रिजर्व के पर्यटन में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। पिछले 10 दिनों के भीतर ही 200 से ज्यादा सैलानियों ने टाइगर रिजर्व पहुंचकर जंगल सफारी का रोमांचक लुत्फ लिया। सैलानी जंगल सफारी का आनंद ले रहे हैं और टाइगर रिजर्व की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव भी कर रहे हैं। लेकिन बाघों का दीदार नहीं होने की वजह से सफारी करने वालों के चहरे वापस होने पर मायूस देखे जा रहे हैं। जिसकी वजह रिजर्व के बाघों को नहीं देख पाना है। बता दें कि रिजर्व में बांधवगढ़ नेशनल पार्क की रानी कही जाने वाली कजरी इस समय नौरादेही में है। जिसे देखने के लिए पर्यटक काफी उत्सुक हैं।
टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा पर्यटन व्यवस्थाओं को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। ताकि सैलानियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। टाइगर रिजर्व में प्रवेश के लिए तीन गेट बनाए गए हैं। जिससे सैलानियों को आसानी से प्रवेश मिल रहा है। हालांकि आगे चलकर टाइगर रिजर्व में सैलानियों की एंट्री के लिए 2 और गेट बनाए जाने की योजना है। इधर, सैलानियों की सुरक्षा और सुविधा को लेकर भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। जंगल सफारी के दौरान सैलानियों को गाइड की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। इससे सैलानी जंगल सफारी के दौरान प्राकृतिक स्थलों को करीब से देखने के साथ मन में वन्यजीवों और जंगल को लेकर उठने तमाम सवालों के जवाब भी जान पा रहे हैं। गौरतलब है कि वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व 2339 वर्ग किलोमीटर जैसे बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इसमें 1414 वर्ग किलोमीटर कोर एरिया और 925 वर्ग किलोमीटर बफर एरिया शामिल है। टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या डेढ़ दर्जन से ज्यादा है। इन्हीं बाघों को देखने सैलानियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है।
इस बार गांव की जगह जंगल व चारागाह दिखे

पिछले साल वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में कई गांव बसे हुए थे, जिससे जंगल के बीच रहवासी इलाके नजर आते थे। इस बार कई गांव विस्थापित हो चुके हैं। जिससे वहां जंगल और चारागाह बन चुके हैं। सैलानी पहुंचे, तो यहां गांव की जगह जंगल और चारागाह नजर आए हैं। साथ ही दूर दूर तक खाली इलाके देखने को मिले। शांत माहौल के बीच काफी रोमांचक अनुभव रहा।
दोगुने हुए सैलानी, सुबह शाम चल रहीं 4 जिप्सी

पिछले 10 दिनों में जितने सैलानियों ने टाइगर रिजर्व का दौरा किया है, वो पिछले साल के शुरूआती दिनों की तुलना में दोगुने हैं। पिछले साल शुरूआती 10 से 15 दिनों में यहां 100 से 125 सैलानियों ने ही दौरा किया था। इस बार अब तक 200 से ज्यादा सैलानियों ने वीडीटीआर में विजित किया। यहां रोज सुबह.शाम 4 जिप्सी चल रही हैं।
दूसरे जीव मिले, लेकिन बाघों का दीदार नहीं हुआ

वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में सैलानियों को नीलगाय, भालू, चीतल, चिंकारा सांभर और बारहसिंघा जैसे वन्यजीव देखने को मिल रहे हैं, लेकिन अभी तक बाघ नहीं दिखे हैं। हालांकि सैलानियों को सफारी के दौरान कई बार बाघों के पगमार्क जरूर मिले। सैलानियों को उम्मीद है कि जल्द ही बाघ दिखेंगेए तो जंगल सफारी और रोमांचक होगी।
इधर, दमोह सेंचुरी हैंडओवर हुई, तो बफर एरिया अटका

दमोह वन मंडल के रानी दुर्गावती अभयारण्य को अब आधिकारिक रूप से वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में शामिल कर लिया गया है। पिछले सप्ताह ही हैंडओवर की प्रक्रिया पूरी हुई। हालांकि दमोह वन मंडल के 550 वर्ग किमी का बफर एरिया अभी तक टाइगर रिजर्व को नहीं सौंपा गया है। अभी सिर्फ ये कहा जा रहा है कि जल्द ही यह बफर एरिया भी टाइगर रिजर्व को हैंडओवर कर दिया जाएगा।
वर्जन
टाइगर रिजर्व में पर्यटन बढ़ रहा है। सुबह शाम दो-दो जिप्सी चल रही हैं। यहां रोज 20 से 25 सैलानी पहुंच रहे हैं। जो पिछले साल से ज्यादा हैं। पर्यटन और बढ़े, इसको लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
.एए अंसारी, डिप्टी डायरेक्टर वीडीटीआर

Hindi News / Damoh / दोगुना हुई टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्या

ट्रेंडिंग वीडियो