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अवैध ह थियारों की तस्करी, जबलपुर-ग्वालियर के रास्ते महानगरों में हो रही सप्लाई

दमोह. देशी कट्टा, रिवॉल्वर और पिस्टल जैसे देशी हथियारों का निर्माण के मामले में दमोह गढ़ बनता रहा हैं। बीते पांच सालों में दमोह में जहां 4 जगहों पर अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्रियों के भांडाफोड़ हो चुके हैं, जबकि दिल्ली, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर सहित अन्य जिलों में दमोह के हथियार तस्कर पकड़े जा चुके हैं।

दमोहJan 07, 2025 / 01:49 am

हामिद खान

अवैध ह​थियारों की तस्करी,

अवैध ह​थियारों की तस्करी,

पांच सालों में अलग-अलग जगहों पर हथियार तस्करी में पकड़े दमोह के आरोपी

दमोह. देशी कट्टा, रिवॉल्वर और पिस्टल जैसे देशी हथियारों का निर्माण के मामले में दमोह गढ़ बनता रहा हैं। बीते पांच सालों में दमोह में जहां 4 जगहों पर अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्रियों के भांडाफोड़ हो चुके हैं, जबकि दिल्ली, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर सहित अन्य जिलों में दमोह के हथियार तस्कर पकड़े जा चुके हैं। सबसे ज्यादा मामले जबलपुर में सामने आए हैं। ताजा मामला दमोह में फिर सामने आया है, जहां एक हथियार फैक्ट्री पुलिस ने पकड़ी हैं। जिसमें तीन आरोपियों से 16 देशी तमंचे जब्त किए हैं। इस मामले में पुलिस अभी और आरोपियों तक पहुंचने में लगी हुई है।
पुलिस अवैध हथियारों की तस्करी के बढ़ रहे ग्राफ से हैरान है। दमोह और छतरपुर में अवैध रूप से संचालित फैक्ट्रियों में बनाए गए ये हथियार किसी वैध फैक्ट्री के मापदंडों के अनुरूप ही होते हैं। इन हथियारों में यदि किसी सरकारी फैक्ट्री की मुहर लगा दी जाए तो असली व नकली में पहचान करने में एक्सपर्ट भी धोखा खा जाएं। दमोह एसपी भी पिस्टल क्वालिटी देख हैरान रह गए थे।
  • ग्वालियर और जबलपुर बनाए है पॉइंट
    जबलपुर से उप्र, महाराष्ट्र, राजस्थान और ग्वालियर से दिल्ली, हरियाणा के बीच सीधी रेल सेवा होने के कारण हथियारों की तस्करी बड़ी आसानी से हो जाती है। सड़क मार्ग से भी उत्तर प्रदेश में अवैध हथियारों की तस्करी के कई प्रमाण पुलिस के हाथ लगे हैं। दमोह से सड़क मार्ग से अवैध हथियार जबलपुर आते हैं, जबकि छतरपुर होते हुए ग्वालियर पहुंचते हैं। फिर यहां से अलग-अलग माध्यम से दूसरे स्थानों पर पहुंच जाते हैं।
  • यूथ के हाथ में थमा रहे पिस्टल
    सोशल मीडिया पर आ रही रील्स को देखकर यूथ भी अब गलत रास्तों पर चल रहे हैं। यूथ में गैंगस्टर्स जैसे दिखने और गैंगस्टर्स में माउजर, रिवॉल्वर, पिस्टल रखने का ट्रेंड बढ़ रहा है। यही वजह है कि तस्करों को अच्छा खासा मार्केट मिल रहा है। आए दिन युवाओं से पिस्टल, कट्टा, रिवॉल्वर जब्त होने के मामले सामने आ रहे हैं।
    हमारी टीम लगातार काम कर रही है। बड़े कनेक्शन और तस्करी का भी खुलासा होने की उम्मीद है। जल्द ही अपडेट कराया जाएगा।
    श्रुतकीर्ति सोमवंशी, एसपी दमोह

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