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मध्यप्रदेश के दमोह के जिला अस्पताल में जैसे ही ऑक्सीजन के सिलेंडरों की खेप पहुंची, वहां प्री कोविड वार्ड में मौजूद मरीजों के परिजनों ने सिलेंडर लूट लिए और एक-एक सिलेंडरों की जगह दो-दो सिलेंडर अपने पास रख लिए। लोगों का कहना था कि हमें अस्पताल पर भरोसा नहीं है।
ऑक्सीजन सिलेंडरों को लूटने की खबर के बाद एएसपी शिवकुमार सिंह अपने दल-बल के साथ अस्पताल परिसर में पहुंच गए, जहां परिवार वालों पर दबाव बनाया गया, लेकिन परिवार वाले नहीं माने। एएसपी ने बताया कि सिलेंडर अस्पताल के भीतर ही हैं और मरीजों को लग रहे हैं। छीनकर ले जाने वाली बात नहीं है। सभी मरीजों को सिलेंडर की जरूरत है, इसलिए अस्पताल की ओर से ही सप्लाई की जानी चाहिए।
इसके बाद एएसपी वहां से चले गए। सुबह जब सिलेंडरों की जरूरत पड़ी तो फिर से हंगामा होने लगा। जो मरीज सिलेंडर की मांग कर रहे थे, उन्हें प्री कोविड वार्ड से सिलेंडर लाने के लिए कहा गया, लेकिन वार्ड में जो लोग पहले से भर्ती थे, वे सिलेंडर देने को तैयार नहीं थे।
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छीनकर अपने पास रख लिए सिलेंडर
गौरतलब है कि अस्पताल में एक मरीज को एक सिलेंडर देने का नियम है, लेकिन मरीजों के परिजनों ने दो-दो सिलेंडर अपने पास रख लिए, क्योंकि वे डरे हुए हैं कि सिलेंडर कहीं कम नहीं हो जाए। अस्पताल की सिविल सर्जन डा. ममता तिमोरी के मुताबिक प्री कोविड वार्ड के मरीजों ने जबरन सिलेंडर छीन लिए थे और वापस नहीं कर रहे थे। हालांकि कुछ सिलेंडर वापस कर दिए गए हैं।
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मंगलवार देर रात को साढ़े 11 बजे जब आक्सीजन सिलेंडर लेकर कर्मचारी अस्पताल परिसर पहुंचे तो मरीजों के परिजन कर्मचारियों पर दबाव बनाते रहे। इसके बाद विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। डा. तिमोरी के मुताबिक एसपी को पत्र लिखकर ऑक्सीजन सिलेंडर का ट्रक आने पर मरीजों के परिजन की ओर से सिलेंडर उठा ले जाने की बात कही है। जबकि मंगलवार को ही तिमोरी ने प्रशासन को सूचित करके सुरक्षा की भी मांग की गई थी।