उनके अनुसार कचरा कलेक्शन के लिए प्रॉपर कचरा वाहन नहीं आता है। वहीं उनके घरों के आसपास भी वाहन नहीं पहुंचता है, ऐसे में उनके पास कचरा फेकने के लिए कंटेनर ही एक मात्र व्यवस्था थी, जिसे नगरपालिका ने हटवा तो दिए, लेकिन उसके बाद भी कोई ऐसी व्यवस्था नहीं कर पाए, जिससे कि कचरा को फिकने के पहले डोर-टू-डोर कलेक्ट किया जा सके। ऐसे में कचरा सड़क पर फिक रहा है। इससे हमें भी असुविधा होती है, लेकिन हमारी भी मजबूरी है।
- साल भर से परेशान आसपास रहने वाले लोग
यह परेशानी ताजा नहीं है, इसके लिए करीब एक साल से आसपास रहने वाले लोग परेशान है। जिनके घरों के पास कचरा फिकता है, वह सबसे ज्यादा परेशान है। बबीता साहू ने बताया कि कई बार तो कचरा उनके घर में उड़कर आ जाता है। इसके अलावा लोग कचरा में क्या-क्या फेकते हैं, बदबू से जीना मुहाल हो जाता है। इसी तरह के हाल हर वार्ड और शहर के मुख्य स्थानों पर भी देखने मिलते हैं।
- मुख्य बाजार से लेकर वार्डों में भी पड़ा देखने मिलता है कचरा
पत्रिका ने शहर के मुख्य बाजार क्षेत्र का जायजा लिया, जहां नगरपालिका टाउन हाउन हाल, कचौरा शॉपिंग सेंटर, एवरेस्ट के सामने, स्टेशन चौराहा के पास, बस स्टैंड परिसर, मागंज स्कूल के बाहर, पलंदी चौराहा, पुराना थाना सहित अलग-अलग जगहों पर कचरे के ढेर लगना बताया गया। इसके अलावा शहर के ३९ वार्डों में भी इसी तरह के कचरे के ढेर लगाए जाते हैं। जिसे रोज उठाने की व्यवस्था है, लेकिन इन जगहों पर गंदगी बनी ही रहती है। जिससे लोग परेशान है।
- शहर में कचरा कलेक्शन को व्यवस्थित रूप से करने के लिए योजना तैयार की जा रही है। नपा की आर्थिक स्थिति को देखते हुए फैलने लिए जाना है। इसीलिए, इस व्यवस्था के सुधार में थोड़ा समय लग सकता है, लेकिन जल्द ही नई व्यवस्थाएं सामने आएंगी।
प्रदीप शर्मा, सीएमओ नगरपालिका दमोह