समिति ने स्कूल पर विद्यार्थियों की करीब पौने 7 करोड़ रुपए की देनदारी निकली है। स्कूल को 30 दिन में यह रुपए लौटाने होंगे। समिति ने इसके निर्देश जारी किए हैं। स्कूल पर दो लाख रुपए जुर्माना भी लगाया है।
यह भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री के सामने दी परिणाम भुगतने की चेतावनी, सुनते रहे सिंधिया, अब की बड़ी कार्रवाई समिति ने सत्र 2021-22 से 2023-24 तक व्यय पर आय का आधिक्य यानि सरप्लस 15% से अधिक होने के आरोप में सत्र 2022-23, 2023-24 व 2024-25 में की गई फीस वृद्धि को अमान्य किया है। यह राशि अभिभावकों को देनी होगी।
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101 किताबें फर्जी मिलींस्कूल प्रबंधन ने सत्र 2024-25 में निजी प्रकाशकों की 204 किताबें अनुशंसित की, समिति को 101 किताबें फेक व डुप्लीकेट आइएसबीएन वाली मिली। स्कूल ने निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें अनुशंसित कर अभिभावकों पर बोझ डाला। इन किताबों के 52.24 लाख रुपए छात्रों को लौटाने के आदेश दिए।