अफगानिस्तान: शांति और सौहार्द की अनोखी मिसाल, सैनिकों और तालिबानी आतंकियों ने मिलकर मनाई ईद
लैला-मजनू बन कर घूम रहे थे दो लड़के
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के औरंगाबाद के अंसार कॉलोनी इलाके में दो व्यक्ति महिलाओं के भेष में घूम रहे थे। महिलाओं के कपड़े पहने इन पुरुषों को देख स्थानीय लोगों को उन पर शक हुआ। वहां, मौजूद भीड़ को लगा की वे चोर हैं। उन्होंने शक होने पर पुलिस को बुलाने की बजाय उनकी खुद ही धूनाई कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जैसे-तैसे दोनों को भीड़ से बचाया और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।
भीख मांगने निकले थे दोनों
वहीं, अस्पताल में भर्ती एक पीड़ित ने बताया कि वे भीख मांगकर अपना पेट पालते हैं। घटना वाले दिन वे लैला-मजनू का रूप धरकर भीख मांगने निकले थे। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने सोचा था कि रमजाना और ईद चलते उन्हें इन कपड़ों में अच्छी भीख मिल जाएगी।
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चोर समझ कर भीड़ ने की जमकर धनाइ
पीड़ित व्यक्ति ने आगे बताया कि वे दोनों ज्यादातर इसी तरह कभी लैला-मजनू तो कभी पुलिस या किसी और ड्रेस में भीख मांगते हैं। लेकिन लैला-मजनू के कपड़ो में शुक्रवार को भीख मांगना महंगा पड़ गया। उन्होंने बताया कि जब वे भीख मांगने निकले ही थे कि कुछ लोगों ने उन्हें चोर समझ लिया। चोर समझ कर लोगों ने उनकी जमकर धूनाई की।