दिल्ली साउथ के एडीसीपी अंकित चौहान ने इस केस में आधिकारिक बयान देते हुए कहा कि यहां पर एक लड़का-लड़की मुंबई से आए थे। जब लड़की के माता-पिता की लड़की से बहुत दिनों तक बात नहीं हो पाई तो लड़की के माता-पिता ने उसकी लापता रिपोर्ट मुंबई पुलिस में कराई। वहां से उनको लड़की का लास्ट लोकेशन दिल्ली पता चला।
दिल्ली का लास्ट लोकेशन मिलने के बाद लड़की के पिता हमारे पास महरौली थाना आए, जिसके बाद हमने तुरंत कार्रवाई शुरू की। दोनों लोग मुंबई में काम करते थे, लड़के ने यहां आने के बाद यहां काम शुरू कर दिया था। लड़के की पहचान आफताब पूनावाला के रूप में हुई है। यह दोनों एक ऑनलाइन डेटिंग ऐप पर मिले थे। फिर दोनों में प्यार बढ़ा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अलग धर्म से होने के कारण इन रिश्ते को लड़की के परिजनों ने मना कर दिया था। जिसके बाद श्रद्धा अपने प्रेमी आफताब के साथ दिल्ली आकर शिफ्ट हो गई थी।
दिल्ली पुलिस के एडीसीपी अंकित चौहान ने आगे बताया कि दिल्ली में आफताब और श्रद्धा के बीच शादी को लेकर झगड़े होने लगे। जिसके बाद दोनों अपना आपा खो बैठते थे। इस बार लड़के ने आपा खोया और घटना को अंजाम दिया। उसने हमें बताया कि उसने लड़की के टुकड़े-टुकड़े कर उसके हिस्सों को आस-पास के इलाकों में फेंक दिया। हमने लड़के को गिरफ़्तार कर लिया है और कार्रवाई जारी है।
दिल्ली पुलिस के अनुसार आफताब ने शव के टुकड़े करने के लिए आरी का इस्तेमाल किया। उसने पहले उसके हाथों के तीन टुकड़े किए। इसके बाद पैर के भी तीन टुकड़े किए। इसके बाद रोज वह बैग में रखकर इन्हें फेंकने के लिए ले जाता। हत्या के बाद 300 लीटर का फ्रिज खरीदा, ताकि टुकड़े उसमें रख सके। अगरबत्ती जलाता था, ताकि शव की बदबू को दबाया जा सके।
इधर मामले की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस ने कहा कि आफताब की निशानदेही पर हमें जंगलों से कुछ टुकड़े मिले हैं। हालांकि अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि ये टुकड़े श्रद्धा के ही हैं। बाकी अंगों की भी तलाश की जा रही है। अभी जो टुकड़े मिले हैं, वो जानवर के भी हो सकते हैं। जांच के बाद यह साफ होगा। दूसरी ओर पुलिस लव जिहाद के एंगल से भी मामले की जांच कर रही है।