दिल्ली कैंट मर्डर केस में पुलिस लगातार तफ्तीश में कई खुलासे कर रही है। मेजर निखिल राय मिली जानकारी और कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है। जांच में पता चला कि शनिवार को शैलजा से मुलाकात से पहले आरोपी निखिल ने उन्हें फोन कर कहा था कि ‘जरूरी बात करनी है, बस… एक बार मिल लो। इसके बाद फिर कभी नहीं मिलूंगा और न ही कॉल करूंगा’। निखिल की इसी फोन कॉल से शैलजा भावुक हो गई और उसने मिलने का मन बना लिया, लेकिन शैलजा को नहीं मालूम था कि निखिल का इराजा उससे मिलना नहीं बल्कि उसे मौत के घाट उतारना है। शैलजा इस फोन कॉल नहीं उठाती या फिर निखिल की चिकनी चुपड़ी बातों में नहीं आती तो आज जिंदा होती। बहरहाल शैलजा ने फोन पर निखिल को हामी भरी, जिससे कि हमेशा के लिए वो निखिल से पीछा छुड़ा सके, लेकिन शैलजा का ये फैसला उसकी मौत का कारण बन गया।
केस को उलझा रहा है निखिल
शैलजा मर्डर केस को पानी की तरह साफ करने में जुटी पुलिस निखिल को लेकर दोबारा घटनास्थल पहुंची। यहां पहुंचकर पुलिस ने निखिल से उस वक्त घटे हर पल की जानकारी ली। इसके बाद पुलिस आरआर हॉस्पिटल होते हुए सीधे निखिल के साकेत स्थित घर पहुंची। निखिल ने पुलिस को बताया था कि उसने वारदात के बाद अपने कपड़े घर के ही पास जला दिए थे, लेकिन पुलिस को निखिल के घर के पास से जले हुए कपड़ों का एक भी सुराग नहीं मिला है, ऐसे में पुलिस को शंका है कि निखिल लगातार अपने बयानों से इस केस को उलझा रहा है।
अब तक नहीं मिला हत्या का हथियार
कपड़ों के साथ-साथ पुलिस को अब तक हत्या का मुख्य हथियार वो चाकू भी हाथ नहीं लगा है, जिससे शैलजा का कत्ल किया गया था। अब पुलिस को निखिल मेरठ स्थित उस कमरे से कुछ अहम सुराग मिलने की उम्मीद जहां निखिल कुछ समय के लिए रुका था। केस को लेकर निखिल के रिश्तेदारों से भी पूछताछ चल रही है। खास तौर पर निखिल के भाई रजत से पूछताछ की जा रही है क्योंकि मेरठ से फरार होने से पहले रजत अपने भाई के साथ कार में मौजूद था।