बता दें कि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा में शनिवार को 3 लोगों के मारे जाने के बाद केंद्र सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर राज्य सरकार से रिपोर्ट देने को कहा था।
विभागीय जांच जारी केंद्र की ओर से जारी एडवाइजरी के बाद राज्य के मुख्य सचिव मलय कुमार डे ने गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा है कि हिंसा के सभी मामलों में बिना किसी देरी के कड़ी और उचित कार्रवाई की गई है। उन्होंने लिखा है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने चुनाव बाद झड़प की छिटपुट घटनाओं को अंजाम दिया है। इन मामलों में सक्षम अधिकारी बिना किसी देरी के सख्त एवं उचित कदम उठा रहे हैं। ताकि कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में रहे।
मुख्य सचिव ने अपने पत्र में बताया है कि उत्तर 24 परगना जिले के नाजट पुलिस थाना क्षेत्र में हिंसा की ताजा घटना में भी मामला दर्ज कर लिया गया है। विभागीय पुलिस अधिकारी की ओर से इस मामले की जांच जारी है। क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल सड़कों और आस-पास के क्षेत्रों में गश्त पर हैं।
केंद्र सरकार ने जारी की थी एडवाइजरी हिंसा की ताजा घटनाओं को लेकर केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को एडवाइजरी जारी की थी। साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार से हर हाल में प्रदेश में कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने को कहा था।
शांति बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन राजनीतिक कार्यकर्ताओं के मारे जाने की पुष्टि की है। इनमें दो भाजपा और एक तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हैं। हालांकि इस घटना में आठ कार्यकर्ताओं के मारे जाने की चर्चा है। इस पूरे मामले पर गृह मंत्रालय ने चिंता जताते हुए कहा था कि राज्य में चुनाव के बाद भी हिंसा हो रही है। यह दुखद है। कानून व्यवस्था, शांति और सार्वजनिक अमन बनाए रखना राज्य की जिम्मेदारी है।
हिंसक झड़प में 3 लोगों की हुई थी मौत बता दें कि पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं की मौत का मामला रविवार को और ज्यादा गरमा गया। कोलकाता पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को शवों को कोलकाता ले जाने से रोक दिया था। इस पर कार्यकर्ता और पुलिस के बीच तीखी बहस हुई।
दरअसल, शनिवार को संदेशखली इलाके में भगवा संगठन और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के बीच हुई झड़प में 2 भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी। स्थानीय निवासियों के मुताबिक संदेशखाली के हाटगाछी इलाके में शनिवार को दोपहर बाद भाजपा के झंडे जबरन हटाए जाने पर झड़प हुई थी। पुलिस की इस कार्रवाई पर भाजपा आज पश्चिम बंगाल में काला दिवस मना रही है।