India-China Dispute: चीनी हैकरों के निशाने पर भारत, डार्क वेब पर डाले कई कंपनियों के नाम
लद्दाख सीमा ( Tension In Galwan Valley ) पर भारत-चीन के बीच विवाद ( india-china dispute ) के बीच भारत को सबक सिखाने को लेकर हो रही ( chinese hackers ) बातचीत।
इंटेलिजेंस फर्म के मुताबिक भारतीय कंपनियों ( Indian companies ) को हैक करने की तैयारी में चीन के साइबर अपराधी ( cyber criminals )।
डार्क वेब ( Dark web ) पर बीते 24 घंटों में जारी की गई एक सूची में तमाम सरकारी-निजी कंपनियों के नाम।
नई दिल्ली। लद्दाख ( Tension In Galwan Valley ) में भारत-चीन सीमा पर बढ़ते तनाव ( india-china dispute ) के बीच साइबर इंटेलिजेंस फर्म साइफर्मा की एक रिपोर्ट ने भारतीय कंपनियों को ( Indian companies ) अपनी साइबर सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए मजबूर किया है। खबर है कि चीन की सेना के बाद अब चीनी हैकर्स ( chinese hackers ) भारतीय कंपनियों को निशाना बना सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ड्रैगन के हैकर्स ( cyber criminals ) डार्क वेब ( Dark web ) पर भारत की मीडिया, फार्मा और दूरसंचार कंपनियों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं।
रिपोर्ट में इन साइबर अपराधियों द्वारा की गई बातचीत की ओर ईशारा करते हुए कहा गया है कि यह चीनी भाषा में की गई थी। इसमें हैकर्स की चर्चा भारतीय प्रेस-मीडिया, निजी और सार्वजनिक दूरसंचार कंपनियों के साथ रक्षा प्रतिष्ठानों की वेबसाइट, भारतीय फार्मा, स्मार्टफ़ोन, निर्माण और टायर कंपनियों पर केंद्रित थी।
बताया गया है कि ये साइबर अपराधी विशेष मैलवेयर के इस्तेमाल से वेब एप्लिकेशन, डेटा एक्सफिल्ट्रेशन (होस्ट सिस्टम से हैकर को डेटा भेजना) की खामियों से कंपनियों की वेबसाइट को बेकार करने, उनकी सेवाओं को खत्म करने, कंपनियों की वेबसाइट से मिलती-जुलती डुप्लीकेट साइट तैयार करने और फिशिंग करने की योजना बना रहे हैं।
जल्द होने वाली है Unlock 2.0 की घोषणा! मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा में पीएम मोदी ने दी योजना रिपोर्ट में बिल्कुल सटीक जानकारी देते हुए बताया गया कि बीती रात तक 24 घंटों में पता चला है कि हैकर्स ने डार्क वेब फोरम पर एक सूची रखी है, जिसमें टाइम्स ऑफ इंडिया, रिपब्लिक टीवी, एनडीटीवी, हिंदुस्तान टाइम्स, एक्स-टीवी, आजतक और दैनिक जागरण जैसे मीडिया हाउसों को निशाना बनाने के लिए कहा गया है।
इस सूची में शामिल कंपनियों में जियो, एमआरएफ टायर्स, सन फार्मास्युटिकल, एयरटेल, सिप्ला, इंटेक्स टेक्नोलॉजी, माइक्रोमैक्स, बीएसएनएल, अपोलो टायर्स और एलएंडटी का नाम शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन सरकारी साइटों पर हमले हो सकते हैं उनमें विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय शामिल है।
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