CG Crime News: विभाग करेगा कार्रवाई
ग्रामीणों की शिकायत के बाद बुधवार को कोतवाली थाना में शिक्षक गणेशराम चंद्राकर पर मामला दर्ज किया गया। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला की छात्रा ने गणित विषय पढ़ाते समय शराब के नशे में गलत नियत से छूने का आरोप लगाया था। इसके बाद बुधवार शाम को ग्रामीण कोतवाली थाना पहुंचे। गुरुवार की सुबह स्कूल में ताला जड़ दिया। स्कूल में
तालाबंदी के बाद शिक्षा विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची।
शिक्षा विभाग के
अधिकारियों ने पालकों और ग्रामीणों से चर्चा की। वर्तमान में स्कूल में 100 बच्चे अध्ययन कर रहे हैं। इसमें बालक 53 और बालिकाओं की संया 47 है। पालकों ने अधिकारियों से कहा कि स्कूल में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। शिक्षक समय पर नहीं आते हैं और बच्चों की सही तरीके से पढ़ाई नहीं हो पा रही है। पूर्व में भी कई बार शिकायत विभाग से की गई, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।
स्कूल में शिक्षक नहीं मिलते: सरपंच
इसके अलावा रसोइया को भी बदलने की मांग की है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को दो महिला शिक्षकों की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। तब जाकर ग्रामीण शांत हुए। लेकिन, ऐसा नहीं होने आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मामले में सिटी कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि बैड टच मामले में शिक्षक को गिरतार कर लिया गया है। विकासखंड शिक्षा अधिकारी लीलाधर सिन्हा ने बताया कि बैडटच मामले में शिक्षक के खिलाफ
एफआईआर दर्ज हो गई है। शिक्षक को पकड़ भी लिया गया है। विभाग द्वारा भी कार्रवाई की जाएगी। पालकों की मुय मांग पुराने दो अन्य शिक्षकों को हटाकर नए शिक्षकों को नियुक्त करना है।
बीआरसीसी जागेश्वर सिन्हा ने बताया कि पालकों को आश्वासन दिया गया है। दो शिक्षक व रसोइया को बदलने की मांग की गई है। सफाई कर्मी की व्यवस्था करने के लिए चर्चा की गई है। स्कूल का समय 9:45 बजे समय निर्धारित किया गया है। 15 मिनट प्रार्थना और 10 बजे से कक्षा का संचालन होना है। वर्तमान में तीन रसोइया हैं। उन्होंने बताया कि कुछ ग्रामीणों ने रसोइया बदलने की मांग की है।
बैडटच का मामला
ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी शिक्षक पूर्व में भी कई बार शराब के नशे में स्कूल आ चुका है और पूर्व में भी बैडटच का मामला सामने आया था, लेकिन पूर्व में किसी ने मामला दर्ज नहीं कराया था। शिक्षक के व्यवहार से पूरा गांव के ग्रामीण भी परेशान था। ग्राम पंचायत चिंगरौद की सरपंच लुकेश्वरी ने बताया कि स्कूल में शिक्षक समय पर नहीं आते हैं। पूर्व में भी कई बार वे स्वयं स्कूल में व्यवस्था देखने पहुंच चुकी हैं, शिक्षक नहीं मिलते हैं। इसके अलावा बच्चों की पढ़ाई पर फोकस नहीं किया जाता है। ग्रामीण सुखदेव मामलेकर ने शिक्षा विभाग के
अधिकारियों के सामने ग्रामीणों की ओर से अपनी बातें रखी और मांगों से अवगत कराया। इस पर अधिकारियों ने आश्वासन दिया है। ग्रामीणों ने कहा मांगें पूरी नहीं होने पर फिर से आंदोलन होगा।