भारत में बेलगाम हुआ कोरोना, UAE ने भारतीय यात्रियों पर लगाई 10 दिन की रोक
थैले में खाना नहीं, बल्कि कोरोना की वो वैक्सीन थीं
जींद पुलिस के डीएसपी जितेंद्र खटकड़ के अनुसार बीती रात करीब 12 बजे सिविल हॉस्पिटल से कोरोना की कई डोज चोरी हो गईं थी। लेकिन अगले ही दिन यानी गुरुवार को तकरीबन 12 बजे चोर सिविल लाइन थाने के बाहर एक चाय की दुकान पर पहुंचा और वहां मौजूद एक बुजुर्ग को थैला सौंपते हुए कहा कि यह थाने के मुंशी का खाना है, प्लीज उसको दे आना। यह कहकर चोर वहां से रफूचक्कर हो गया। वहीं, जब बुजुर्ग मुंशी के पास थैला लेकर पहुंचा तो सब आश्चर्यचकित रह गए। दरअसल, थैले में खाना नहीं, बल्कि कोरोना की वो वैक्सीन थीं, जो एक दिन पहले सिविल हॉस्पिटल से चोरी हो गईं थी।
Coronavirus: देश में एक वैक्सीन के 3 दाम, सोनिया गांधी ने PM को चिट्ठी लिख उठाए सवाल
सॉरी मुझे पता नहीं था कि ये कोरोना की वैक्सीन हैँ
थाने में पुलिसकर्मियों ने जब थैला खोला तो उसमें कोविशील्ड की 182 वाइल और कोवैक्सीन की 440 डोज बरामद हुई। इसके साथ ही एक नोट भी बरामद हुआ, जिसमें लिखा था कि सॉरी मुझे पता नहीं था कि ये कोरोना की वैक्सीन हैँ। पुलिस की मानें तो चोर शायद रेमडेसिविर इंजेक्शन चुराने के इरादे से हॉस्पिटल में घुसा होगा। लेकिन गलत चीज हाथ लगने पर उसने उसको लौटाना ही ज्यादा बेहतर समझा। वहीं, पुलिस अभी तक चोर को पकडऩे में नाकाम साबित हुई है, लेकिन आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।