गुजरात पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ विश्वासघात, झूठी जानकारी देने, किसी बीमारी के संक्रमण के फैलने की संभावना के कारण लापरवाही बरतने, दुर्भावनापूर्ण कार्य, किसी बीमारी के संक्रमण के फैलने की संभावना के कारण, लोक सेवक द्वारा दिए गए आदेश की अवज्ञा और महामारी रोग अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
केंद्रीय जांच दल ने ममता सरकार पर लगाया गंभीर आरोप, वेस्ट बंगाल में कोरोना मृत्यु दर सबसे ज्यादा बता दें कि अमरेली तालुका के मोनपुर गांव के मूल निवासी अशोक गजेरा और गजेरा परिवार के तीन बुजुर्ग महिलाओं ने एक सरकारी पास का उपयोग करते हुए 1 मई को अहमदाबाद से अमरेली में प्रवेश कियां। अशोक गजेरा को एक रिश्तेदार की मौत की सूचना देने पर अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पास जारी किया गया था।
दिल्ली में शराब पर लगा स्पेशल कोरोना टैक्स, 70% महंगी हुई शराब पुलिस ने बताया कि जब हमने मोनपुर गांव के सरपंच और तलाती के साथ इस जानकारी को क्रॉस चेक किया तो हमें बताया गया कि उनके गांव में पिछले एक महीने से कोई मौत नहीं हुई है। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चारों को गिरफ्तार कर क्वारनटाइन में भेजने का निर्णय लिया। इस मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।