2-3 लाख रुपए में होता था सौदा आरोपियों की पहचान कुनिगल के सरकारी अस्पताल में नर्स महेश और निजी अस्पताल के मालिक महबूब शरीफ के रूप में हुई है। मामले में दो महिला प्रसव नर्स सौजन्या और पूर्णिमा शामिल हैं। महेश और महबूब शरीफ उन माता-पिता से बच्चे हासिल करत थ और 2-3 लाख रुपए में दूसरे दंपतियों को बेच देते थे। इसलिए नहीं चाहते थे बच्चा ये बच्चे ज्यादातर विवाहेतर संबंधों या विवाह-पूर्व संबंधों से पैदा हुए थे और इसलिए उनके जैविक माता-पिता बच्चों को रखना नहीं चाहते थे।
गर्भवती होने का नाटक पूरे मामले का खुलासा करते हुए तुमकूरु के पुलिस अधीक्षक अशोक के.वी. ने कहा कि बच्चे की चाह रखने वाली महिलाएं गर्भवती pregnant होने का नाटक कर महबूब शरीफ के स्वामित्व वाले तुमकूरु के निजी अस्पताल में भर्ती होती थीं। फिर उन्हें अवैध रूप से गोद लिए गए बच्चे (वही बच्चे जिन्हें महेश और महबूब ने उनके मूल माता-पिता से प्राप्त किया था) और फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के साथ छुट्टी दे दी जाती थी। यह 2022 से हो रहा है और यह 9 बच्चों के साथ किया गया है।
और भी लोग शामिल पुलिस को संदेह है कि इसमें और भी लोग शामिल हैं। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और सभी आरोपियों को जेल भेजेगी।