चोरों ने खंगाला पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम का घर, बेशकीमती गहनों के साथ नकदी चोरी
दिल्ली पुलिस का दावा है कि अमरीका और इंग्लैंड की पुलिस इस अनसुलझी गुत्थी के बारे में जानने की इच्छुक है। वहीं, इस रहस्यमय केस का खुलासा करने के लिए क्राइम ब्रांच के 150 से अधिक पुलिसकर्मी जुटे हुए हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि घर से मिले जिस रजिस्टर में ललित द्वारा लिखे कुछ पन्ने मिले हैं, वास्तव में वो ललित ने नहीं बल्कि किसी और ने लिखे थे। ऐसा माना जा रहा है कि जब ललित अपने पिता की आत्मा के प्रभाव में होता होगा तो इस दौरान मिलने वाले आदेशों को परिवार के किसी अन्य सदस्य से लिखवाता होगा। हालांकि पुलिस यह लिखावट प्रियंका या भुवनेश की बेटी की मानकर चल रही है।
बुराड़ी कांड: घटना से पहले हुआ था मौत का रिहर्सल, यकीन था…पिता की आत्मा खोल देगी हाथ!
पुलिस के अनुसार ललित और पूरा परिवार इस बात को मानते थे कि ललित को उनके पिता से दिशा-निर्देश मिलता था, जिनकी मौत दस वर्ष पूर्व हुई थी। रजिस्टर में लिखित बातों के अनुसार, ललित अपने मृत पिता की आत्मा के बस में था। यह एक प्रकार का मानसिक विकार है। हमने मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ से भी मदद ली। हम इस नतीजे पर पहुंचे कि यह साझा मनोवैज्ञानिक विकार का मामला है, जिसके अंतर्गत धार्मिक अनुष्ठान एक सामूहिक आत्महत्या का कारण बना। उनका मानना था कि इस क्रिया को करते हुए उनकी मौत नहीं होगी और गोपालदास (ललित के पिता) इनलोगों से मिलने आएंगे और सबको मोक्ष प्रदान करेंगे।