Kamran Khan Exclusive Interview: टैलेंट देख राजस्थान रॉयल्स ने दिया मौका, चोट ने किया करियर तबाह, आज जी रहा ऐसी जिंदगी
2009 में बिना घरेलू क्रिकेट खेले आईपीएल में डेब्यू करने वाले कामरान खान ने आईपीएल इतिहास का पहला सुपर ओवर फेंका और 2010 में क्रिस गेल और ब्रैंडन मैकुलम को बोल्ड मार कर सनसनी मचा दी थी। आज वही गेंदबाज एक मौके का इंतजार कर रहा है।
इंडियन प्रीमियर लीग 2024 का सीजन अपने आखिरी पड़ाव पर है। यह लगातार तीसरा सीजन होने जा रहा है, जहां एक भी सुपर ओवर मैच नहीं खेला गया है। क्या आप जानते हैं सुपर ओवर की शुरुआत कब हुई थी और पहला सुपर ओवर किस गेंदबाज ने फेंका था। आज हम उसी गेंदबाज की कहानी बताएंगे, जिसने अपने टैलेंट के दम पर बिना कोई घरेलू मैच खेले राजस्थान रॉयल्स की जर्सी हासिल की और अपनी गेंद से दुनिया के दिग्गजों को धूल चटा दिया। नाम था कामरान खान, जिसको खतरनाक गेंदबाज बनाने के पीछे सरफराज खान के पिता नौसाद खान का महत्वपूर्ण योगदान था। लेकिन जैसा कि हर तेज गेंदबाज के साथ होता है, कामरान भी चोटिल हुए और फिर कामरान के काम और योगदान को पूरा देश भूल गया।
खुद की प्रतिभा पर भरोसा और सपनों को सच करने की जिद्द लेकर बैठे कामरान खान ने Patrika.com के साथ बात की और उन्होंने अपने करियर के उतार चढ़ाव के साथ आज की जिंदगी की बारे में भी बताया। कामरान ने बताया कि कैसे उन्हें राजस्थान रॉयल्स के सेलेक्शन स्टाफ ने मैच खत्म होने के बाद ही बुला लिया था और फिर उन्हें आईपीएल खेलने का मौका मिला। उन्होंने जिंदगी के अपने सबसे खराब फैसले के बारे में भी बताया। कामरान आज भी लगातार 6-7 घंटे रोज प्रैक्टिस कर रहे हैं और एक मौके की इंतजार कर रहे हैं। हालांकि जिंदगी में कई अड़चने आईं और 2009 में उनके एक्शन को लेकर विवाद भी हुआ लेकिन राजस्थान रॉयल्स के तात्कालीन कप्तान शेन वॉर्न ने कामरान खान को ऑस्ट्रेलिया बुलाया, जहां उनके बॉलिंग एक्शन की जांच हुई और उन्हें क्लीन चीट दे दिया गया।
आज तक रणजी मैच नहीं खेलने वाले कामरान खान ने सैयद अली मुश्ताक ट्रॉफी में काफी कमाल किया है। आज गुमनामी की जिंदगी जी रहा यह गेंदबाज फ्लैट विकेट पर सफल होने की तरकीब लेकर बैठा है। कामरान ने बताया कि कैसे आज कल के गेंदबाज फ्लैट विकेट पर पिटाई से बच सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि टी20 वर्ल्ड कप में मोहम्मद शमी के न होने से टी इंडिया को कितना बड़ा झटका लगा है। अपने शुरुआती करियर के बारे में बात करते हुए कामरान खान ने कहा, “मैं पहला ऐसा प्लेयर था, जो बिना कोई घरेलू क्रिकेट खेले आईपीएल खेला था। मैं क्रिकेट खेलने के लिए मऊ से मुंबई चला गया था, वहां मैं डीवाई पाटिल स्टेडियम में टूर्नामेंट खेल रहा था।”
कामरान ने आगे बताया, “तब राजस्थान रॉयल्स की स्टाफ स्टेडियम में मैच देख रहे थे। उस समय सफराज खान के पिता, नौसाद खान हमारे कोच थे। उस मैच में मैंने 12 रन देकर कुछ 3-4 विकेट हासिल किए थे। जैसे ही मैच खत्म हुआ उन्होंने मुझे बुलाया और राजस्थान रॉयल्स के लिए ऑफर दिया। नौसाद सर का मेरे करियर में बहुत योगदान रहा है। उन्होंने आजाद मैदान में बहुत प्रैक्टिस कराई है।” इस तरह कामरान खान की आईपीएल में एंट्री हुई। फिर वह दो सीजन राजस्थान रॉयल्स के साथ खेले और फिर पुणे वॉरियर्स चले गए। वहां उन्हें काफी कम मौके मिले, जिसे कामरान मानते हैं कि राजस्थान छोड़ने का फैसला उनका सबसे गलत डिसिजन था।
‘वर्ल्ड कप की टीम में गेंदबाजों से डर’
आईसीसी मेंस टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए चुनी गई भारतीय टीम में तेज गेंदबाजों की फॉर्म से कामरान को चिंता हो रही है। उन्होंने बताया कि अकेले जसप्रीत बुमराह वर्ल्ड कप नहीं जिता पाएंगे। मोहम्मद शमी के न होने से बहुत फर्क पड़ने वाला है। तेज गेंदबाजों के लिए फ्लैट विकेट पर गेंदबाजी करने के लिए स्पीड के साथ वैरिएशन मायने रखता है।” कामरान ने बताया कि नटराजन इस समय काफी अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं अगर उन्हें ले टी20 वर्ल्ड कप के लिए चुना जाता तो बॉलिंग हमारी काफी मजबूत नजर आती।”
कामरान खान ने अपने शुरुआती दौर को याद करते हुए बताया कि एक बार जब मैं मुनाफ (पटेल) भाई से मिला तो उनसे पूछा की आप लगातार एक ही लेंथ पर कैसे बॉलिंग कर लेते हैं तो उन्होंने बताया कि अगर आप मेरी आंखों पर पट्टी बांध दें तो भी मैं लगातार एक लेंथ पर गेंदबाजी कर सकता हू, क्योंकि मैंने लेंथ बॉल डालने की काफी प्रैक्टिस की है। कामरान ने बताया कि अगर आज के जमाने में फ्लैट विकेट पर पिटाई से बचना है तो आपको 4 ओवर दिन में सिर्फ लेंथ बॉल की प्रैक्टिस करनी होगी। दिन में लगातार दो ओवर सिर्फ यॉर्कर डालने की प्रैक्टिस करनी होगी। जितना आपके पास वेरिएशन होगा, उतना ही आपको फायदा होगा।”
क्यों आज गेंदबाजों की हो रही है इतनी बुरी तरह पिटाई?
कामरान खान से जब पूछा गया कि आज कल गेंदबाजों की इतनी बुरी तरह क्यों पिटाई हो रही है तो उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं पहले के बॉलर्स जितना मेहनत करते थे उतना आज के बॉलर नहीं करते हैं और यह जल्द ही सबके सामने आने वाला है। आज कल के गेंदबाजों को जल्दी मौके मिल जाते हैं, नाम और शोहरत जल्दी कमा लेते हैं तो वह उतनी प्रेक्टिस नहीं कर रहे हैं नहीं तो गेम आज भी वही है बस गेंदबाजों को मेहनत करने की जरूरत है।”
कामरान खान अचानक कैसे गुमनाम हो गए?
मैं दो साल (2009-10 में) राजस्थान रॉयल्स के लिए खेला फिर मेरा लिगामेंट टियर हो गया और फिर राजस्थान रॉयल्स को 2010 के बाद मैंने छोड़ दिया, जो मेरे लाइफ का सबसे खराब फैसला था। जिसके बाद मैं पुणे वॉरियर्स चला गया और मुझे वहां ज्यादा मौके नहीं मिले और फिर मेरा करियर ढलता गया। तब से मैं लगातार मेहनत कर रहा हू और मौके की तलाश में हूं। मैं 2015 में हैदराबाद की अंडर 25 टीम के लिए खेला लेकिन आगे मौके नहीं मिले। अब मैं लखनऊ में प्रैक्टिस कर रहा हूं और यूपी की टीम में जगह बनाकर आगे बढना चाहता हूं।” मैं आज भी लगातार 6-7 घंटे प्रैक्टिस कर रहा हूं। सुबह 9 बजे से 12 बजे तक फिर शाम को 2 बजे से 5-6 बजे तक हमारा सेशन चलता है। मैं धूप में ज्यादा प्रैक्टिस करता हूं, क्योंकि हमें मैच धूप में ही खेलना होता है।”
देश के युवा क्रिकेटर्स को सलाह?
लगातार मेहनत करते रहें। आज कल के बच्चे मेहनत कम करते हैं और उम्मीदें ज्यादा पाल लेते हैं। आपको अपना राज्य छोड़ने की जरूरत नहीं है। कहीं भी जाओगे आपको मेहनत करनी ही होगी। इसलिए आप अपने गेम र फोकस रहे और जितना हो सके प्रैक्टिस करें और अपने खेल में विविधता लाएं, जो आपको आगे चलकर मदद करेगी।
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