कभी तूती बोलती थी विंडीज के गेंदबाजों की
1970 से लेकर करीब ढाई तीन दशक तक विश्व क्रिकेट में वेस्टइंडीज का दबदबा था और इसका कारण उसके तेज गेंदबाज थे। उनका खौफ पूरे विश्व के बल्लेबाजों के सिर चढ़कर बोलता था, लेकिन 1990 के बाद विंडीज के गेंदबाज अपने गौरवमयी विरासत को बरकरार नहीं रख पाए और कर्टली एम्ब्रोस, इयान बिशप (Ian Bishop) और कर्टनी वॉल्श (Curtney Walsh) के बाद के गेंदबाज इस विरासत को बरकरार नहीं रख पाए। इसी कारण पिछले 26 सालों से विंडीज का कोई भी गेंदबाज 200 विकेट नहीं ले पाया है। एम्ब्रोज ने जहां 98 टेस्ट में 405 विकेट लिए थे। उनके बाद कैरीबियाई द्वीप समूह के सिर्फ फिडेल एडवर्ड्स (Fidel Edwards) ही एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं, जो 200 विकेट के पास पहुंचे थे। उन्होंने 55 टेस्ट में 165 विकेट लिए थे।
वेस्टइंडीज के नवें गेंदबाज
केमार रोच इस आंकड़े पर पहुंचने वाले वेस्टइंडीज के नवें गेंदबाज हैं। इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने जैसे ही अपना तीसरा विकेट लिया, वह इस उपलब्धि तक पहुंच गए। रोच ने 59वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल कर ली। बता दें कि उन्होंने 2009 में बांग्लादेश (West Indies vs Bangladesh) के खिलाफ टेस्ट डेब्यू (Test Debut) किया था। उन्होंने अपना 100 विकेट 26वें टेस्ट में पूरा कर लिया था, लेकिन अगले 100 विकेट तक पहुंचने में उन्हें 33 टेस्ट लग गए। रोच अब तक नौ बार एक पारी में पांच विकेट और एक बार टेस्ट में 10 विकेट ले चुके हैं।