पाकिस्तान ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला गलत था
वकार यूनिस ने कहा कि पाकिस्तान को लगा कि वह पहले गेंदबाजी कर भारतीय शीर्षक्रम को सस्ते में निपटा देगा और टीम इंडिया दबाव में आ जाएगी, लेकिन भारत के पास शीर्षक्रम में शानदार बल्लेबाज थे। यूनिस ने कहा कि उन्हें लगता है कि पाकिस्तान ने उस मैच में टॉस जीत कर गेंदबाजी करने का गलत फैसला लिया था। उसे उम्मीद थी कि शुरुआत में पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी और पाकिस्तान भारत के सलामी बल्लेबाजों को जल्दी निबटाकर दबाव बना लेगा, जबकि पाकिस्तान को उस पिच पर पहले बल्लेबाजी कर बड़े स्कोर के साथ दबाव बनाना चाहिए था। बता दें कि विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ यह भारत की लगातार सातवीं जीत थी। पाकिस्तान अब तक किसी भी विश्व कप में भारत के खिलाफ नहीं जीत पाया है।
वकार ने कहा कि टीम इंडिया के पास बेहतरीन सलामी बल्लेबाज थे। इसके अलावा पिच और परिस्थितियों ने भी तेज गेंदबाजों का साथ नहीं दिया। भारतीय बल्लेबाजों ने पाक गेंदबाजों को हावी होने का मौका ही नहीं दिया। शीर्षक्रम के बल्लेबाजों के शानदार खेल की बदौलत भारत ने बड़ा स्कोर खड़ा कर पाकिस्तान के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी। रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की 113 गेंद में 140 रन की पारी के दम पर टीम इंडिया ने 50 ओवर में पांच विकेट पर 336 रन बना लिया इसके बाद बारिश से प्रभावित मैच में पाकिस्तान को 40 ओवर में छह विकेट पर 212 रन ही बनाने दिए। इस तरह डकवर्थ लेविस मेथड के आधार पर पाकिस्तान को 89 रनों की करारी शिकस्त दी।
सचिन तेंदुलकर की पारी को किया याद
विश्व कप में भारत और पाकिस्तान (India vs Pakistan) के बीच मैचों के जिक्र के दौरान वकार यूनिस को सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) की विश्व कप में खेली एक पुरानी पारी की याद आ गई। उन्होंने 2003 विश्व कप (ICC Cricket World cup 2003) में सचिन की खेली इस पारी को सर्वश्रेष्ठ करार दिया। दक्षिण अफ्रीका में खेले गए इस मैच में 274 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर का पीछा करते हुए तेंदुलकर ने ताबड़तोड करिश्माई बल्लेबाजी की थी। हालांकि वह दो रन से शतक बनाने से चूक गए थे। भारत पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए इस मैच को छह विकेट से जीता था। वकार ने कहा कि उस मैच में जिस तरह से सचिन ने शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar), वसीम अकरम (Wasim Akram) और उन पर ऊपर दबाव बनाया और हमलावर तरीके से तेजी से रन बटोरे, वह अद्भुत था।