उधर, विराट कोहली और डेब्यूटेंट सैम कोंस्टास विवाद को ऑस्ट्रेलियाई मीडिया द्वारा बेवजह तूल दिए जाने की दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर और पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान ने जमकर आलोचना की है। सुनील गावस्कर ने कहा कि ऑस्ट्रेलियन मीडिया हमेशा क्रिकेट टीम के सपोर्टिंग स्टाफ का काम करता है। यह किसी भी लिहाज से ठीक नहीं है। आप अपने यहां क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए विराट कोहली जैसे महान खिलाड़ियों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उसी खिलाड़ी को आप जोकर बताते हो।
गावस्कर ने इस मामले में आईसीसी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस साल इस तरह की चार घटनाएं हुई हैं। जोश हेजलवुड को इसी तरह की घटना के लिए 15 फीसदी, जसप्रीत बुमराह को 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था। लेकिन विराट कोहली पर 20 फीसदी फाइन के साथ-साथ एक डीमेरिट पॉइंट भी दिया गया।
वहीं, स्टार स्पोर्ट्स चैनल के लिए कमेंट्री कर रहे पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने कहा कि विराट कोहली का व्यवहार सही नहीं है, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को विराट कोहली को इस तरह निशाना बनाया जाना सही नहीं है। विराट कोहली जैसे दिग्गज क्रिकेटर को जोकर बताया जाना सही नहीं है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, आप अपने देश में ऐसी उम्मीद करते हैं। मैं चाहता हूं कि हमारा देश इस तरह की परिस्थितियों में अपने खिलाड़ियों के लिए बड़े पैमाने पर खड़ा हो। मैं इससे बिल्कुल भी हैरान नहीं हूं, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने यहां 14-15 सालों में जीत हासिल नहीं की है। आखिरी बार उन्होंने एमसीजी में 2011 में टेस्ट मैच जीता था, इसलिए जब उन्हें गुस्सा होने का मौका मिलेगा, तो वे गुस्सा हो जाएंगे। ऐसा लगता है कि पूरा देश टीम के पीछे खड़ा है, सिर्फ भीड़ ही नहीं, बल्कि मीडिया भी। मुझे आश्चर्य नहीं हुआ, क्योंकि मैं हताशा की भावना देख सकता हूं। अगर ऑस्ट्रेलिया पहले ही 3-0 या 2-0 से आगे होता, तो सुर्खियां अलग हो सकती थीं।
क्या है विवाद?
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन यानि बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई पारी के दौरान विराट कोहली ने 19 वर्षीय डेब्यूटेंट सैम कोंस्टास को धक्का मारा। इसके बाद कई दिग्गज क्रिकेटरों ने विराट कोहली के रवैये की आलोचना की थी। इसके बाद आईसीसी की ओर से मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा उन्हें एक डीमेरिट पॉइंट भी दिया गया था।