शेफ़ाली ने सोमवार को एमए चिदंबरम स्टेडियम में शतक जड़ने के बाद कहा, “बहुत अच्छा लग रहा है। सबसे पहले, टीम जीत रही है, यह बहुत बड़ी बात है तो हां, मैं बस यही सोच रही हूं कि मैं और कितना आगे बढ़ सकती हूं और लंबी पारी खेल सकती हूं। एक खिलाड़ी के तौर पर, हमारा काम टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना और उनकी ज़रूरतों को पूरा करना है। मैं योगदान देने और टीम को जीत दिलाने की कोशिश करती हूं और हां, अगर मैं लंबी पारी खेलती हूं, जैसा कि आप देख सकते हैं, टीम जीत रही है।”
शेफ़ाली ने दिसंबर में खेले गए घरेलू वनडे ट्रॉफ़ी में शानदार प्रदर्शन किया है, जहां उन्होंने हरियाणा के लिए 75.28 की औसत और 152.31 की स्ट्राइक रेट से 527 रन बनाए। इससे पहले पिछले साल उनको ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे टीम से बाहर किया गया था, क्योंकि उन्होंने पिछले छह वनडे में 18.00 की औसत से मात्र 108 रन बनाए थे। इसके बाद, उन्हें वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ वनडे और आयरलैंड के ख़िलाफ़ चल रही सीरीज से भी बाहर रखा गया। उनकी अनुपस्थिति में, सलामी बल्लेबाज़ प्रतीका रावल ने पांच मैचों में 58 की औसत से 290 रन बनाकर इस अवसर का लाभ उठाया है।
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ये 5 हैं दुनिया के सबसे तेज शतकवीर, कर दी चौके-छक्कों की बारिश शेफ़ाली ने माना कि उन्होंने घरेलू टूर्नामेंट में जाने से पहले अपने दृष्टिकोण या तक़नीक में कोई बदलाव नहीं किया है, बल्कि अपनी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने और अपनी पारी को संवारने पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि भारतीय टीम प्रबंधन का संदेश स्पष्ट था, “अपनी बल्लेबाजी पर विश्वास रखें”। शेफ़ाली ने कहा, “जैसा कि आप सभी जानते हैं, मेरी शुरुआत अच्छी रही है, लेकिन पारी को आगे बढ़ाना एक समस्या रही है। लेकिन अब, मैं इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रही हूं कि सिंगल कैसे लें, पारी को कैसे आगे बढ़ाएं, टीम के लिए कैसे अच्छा प्रदर्शन करें। मैं यही करने की कोशिश कर रही हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना मेरा काम है। मुझे पता है कि मुझे भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया है, लेकिन टीम के लिए अच्छा खेलना मेरा काम है और अब, मेरा ध्यान चैलेंजर्स पर है और मैं फ़ाइनल में अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हूं और ट्रॉफ़ी जीतना चाहती हूं। भारतीय टीम प्रबंधन ने बस इतना कहा कि ‘अपनी बल्लेबाज़ी पर विश्वास करो, अपनी ताक़त पर विश्वास करो’। वे बहुत शांत हैं, बहुत अच्छे हैं। वे मेरा समर्थन कर रहे हैं, इसलिए हां, हर पारी शून्य से शुरू होती है। फ़ाइनल के लिए भी, पारी शून्य से शुरू होगी और जैसा कि मैं जानती हूं, टीम को बल्लेबाज़ी में मेरी बहुत ज़रूरत है। इसलिए मैं यही कोशिश कर रही हूं कि पारी को अच्छी तरह से बनाने की कोशिश करूं और ट्रॉफ़ी जिताऊं।”
वनडे चैलेंजर ट्रॉफ़ी और आयरलैंड सीरीज़ दोनों बुधवार को समाप्त हो जाएंगी और जल्द ही ध्यान डब्ल्यूपीएल 2025 पर केंद्रित हो जाएगा। फिलहाल, भारत का अगला अंतरराष्ट्रीय दौरा जून-जुलाई में इंग्लैंड का दौरा होगा। क्या शेफ़ाली का शानदार घरेलू प्रदर्शन उन्हें उस सीरीज़ के लिए सफे़द टीम में वापस लाने के लिए पर्याप्त होगा?