सचिन बोले, प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं शॉ
हाल-फिलहाल में यह कहा जा रहा है कि शॉ में अनुशासन की कमी है। ऐसे में तेंदुलकर एक बार फिर आगे आए हैं और उन्होंने कहा है कि पिछले कुछ सालों में पृथ्वी से उनकी कई बार बातचीत हुई है। वह बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी है और वह उनकी मदद कर बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि इस दरमियान उन्होंने शॉ से क्रिकेट और खेल से बाहर की जिंदगी के बारे में बात की।
सचिन तेंदुलकर से जब यह पूछा गया कि उन्होंने शॉ को क्या बताया तो यह बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि अगर किसी युवा ने उनसे संपर्क कर मार्गदर्शन मांगा है तो उनकी ओर से यह भी यह फर्ज बनता है कि कम से कम उसकी गोपनीयता बरकरार रहे। सचिन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस बारे में वह किसी को बताना नहीं चाहेंगे कि किस मुद्दे पर बातचीत हुई थी। हालांकि पृथ्वी शॉ ने बता चुके हैं कि उन्हें तेंदुलकर से मदद मिली थी। इस पर सचिन ने कहा कि ठीक है, अगर पृथ्वी इस बारे में बात करना चाहता है, तो यह उसकी मर्जी है।
कई युवाओं की मदद करते रहे हैं सचिन
बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने न सिर्फ पृथ्वी शॉ का मार्गदर्शन किया है, बल्कि वह अपने स्तर पर युवा क्रिकेटरों को मार्गदर्शन देते रहते हैं, लेकिन वह कभी इस तरह की बातों का खुलासा नहीं करते। सचिन ने कहा कि निजी स्तर पर उन्होंने बहुत सारे युवाओं से बात की है और उनका मार्गदर्शन किया है। अगर किसी युवा को लगता है कि वह उनके खेल के बारे में मार्गदर्शन दे सकते हैं तो वह इसके लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
सचिन तेंदुलकर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की मदद भी कर चुके हैं। बांग्लादेश के खिलाफ पिछले साल नवंबर में गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट से पहले सचिन से उन्होंने सुझाव लिया था। कोहली ने बताया था कि पहले दिन के खेल के बाद सचिन से उन्होंने बात की थी। इस पर उन्होंने बहुत दिलचस्प बात कही थी। उन्होंने कहा था कि गुलाबी गेंद के साथ आपको दूसरे सत्र को भी सुबह के सत्र की तरह ही लेना चहिए। इस समय अंधेरा हो रहा होता है और गेंद स्विंग होने लगती है। बता दें कि सचिन की सलाह कोहली के काफी काम आई थी। इस टेस्ट में उन्होंने शतक जड़ दिया था।