31 वर्षीय भारतीय तेज गेंदबाज को उनकी लगातार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया, जिसने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। जसप्रीत बुमराह ने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 32 विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में सीरीज का समापन किया।
अपने प्रदर्शन से जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में किसी भारतीय द्वारा सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाने के लिए पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव को भी पीछे छोड़ दिया। उन्होंने 17.15 की औसत से 64 विकेट, जबकि कपिल ने 24.58 की औसत से 51 विकेट चटकाए थे।
ICC ने रविवार को पोंटिंग के हवाले से कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह शायद तेज गेंदबाजी की सबसे अच्छी सीरीज है, जो मैंने कभी देखी है। हां, इस सीरीज के अधिकांश समय में उनके पास तेज गेंदबाजों के लिए अच्छी परिस्थितियां थीं। हालाकि जब आपने उन्हें (बुमराह) सीरीज में किसी और की तुलना में गेंदबाजी करते देखा तो उन्होंने बल्लेबाजी को बहुत कठिन बना दिया।”
जसप्रीत बुमराह ने बिशन सिंह बेदी के 31 विकेटों के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए। हालांकि, पीठ में ऐंठन के लिए स्कैन कराने के लिए दूसरे दिन मैदान छोड़ने के बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं की।
जसप्रीत बुमराह ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन में कहा, “थोड़ा निराशाजनक है, लेकिन कभी-कभी आपको अपने शरीर का सम्मान करना पड़ता है। आप अपने शरीर से नहीं लड़ सकते। कभी-कभी आपको स्वीकार करना पड़ता है। पहली पारी के बाद बस थोड़ी असहजता थी।”