“मैं कहूंगा कि मैंने रोहित और मेरे कई अन्य साथियों के साथ बहुत सारी यादें बनाई हैं, भले ही मैंने पिछले कुछ सालों में उनमें से कुछ के साथ समय नहीं बिताया हो। मैं इसे इस स्तर पर खेलने की अपनी आखिरी तारीख के रूप में चिह्नित करूंगा।” अश्विन ने 106 टेस्ट मैचों में 24 की औसत से 537 विकेट लेकर अपने करियर का अंत किया और दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले के बाद भारत के दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने बल्ले से छह टेस्ट शतक और 14 अर्द्धशतक भी लगाए। उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट था, जहां उन्होंने 1-53 विकेट लिए।
पिता ने लगाया गंभीर आरोप
अश्विन का अचानक सीरीज के बीच में संन्यास ले लेना बहुत सारे क्रिकेट एक्सपर्ट्स को हजम नहीं हो रहा था और जिस बात का अंदाजा लगाया जा रहा था वो आखिरकार उनके पिता ने कह ही डाला। अश्विन ने पिता ने ऐसा बयान दिया, जिससे क्रिकेट जगत में हड़कंप मच गया है। उन्होंने कहा है कि उनके बेटे का टीम में काभी लंबे समय से अपमान हो रहा था, शायद इसलिए उसने अचानक सीरीज के बीच में संन्यास का ऐलान कर दिया। हालांकि अश्विन ने अब तक इस बारे में कुछ नहीं बोला है लेकिन उम्मीद हैं कि आने वाले समय में बहुत बड़े खुलासे होंगे।