एमएस धोनी ने एक इवेंट के दौरान कहा कि प्लेयर्स की रिस्पेक्ट आपकी पोजीशन से नहीं, एक्शन से आती है। इसलिए रिस्पेक्ट पाने का प्रयास नहीं करें, बल्कि इसे अर्जित करें, क्योंकि ये बहुत ही स्वाभाविक है। एक बार आप में वह चीज आ गई तो फिर टीम का भी प्रदर्शन वैसा ही होगा। उन्होंने कहा कि मुझे हमेशा लगता था कि बतौर लीडर सम्मान अर्जित करना अहम है, क्योंकि ये कुर्सी या पद के साथ नहीं, बल्कि आपके एक्शन से आता है। भले ही कभी-कभी टीम आप पर विश्वास करती हो, आप वास्तव में पहले शख्स हैं, जो खुद पर भरोसा नहीं करेंगे।
‘पहले ड्रेसिंग रूम में सभी प्लेयर्स की ताकत और कमजोरी समझें’
धोनी ने आगे कहा कि एक कप्तान को पहले ड्रेसिंग रूम में सभी प्लेयर्स की ताकत और कमजोरी को अच्छी तरह से समझना होता है। कुछ प्लेयर्स ऐसे होते हैं, जो दबाव में खेलना पसंद करते हैं तो कुछ नहीं। जब आप अपने खिलाड़ियों को समझ लेते हैं तो आप उन्हें बिना कुछ कहे उनकी कमजोरी पर काम करना शुरू कर देंगे। ये चीज एक प्लेयर को कॉन्फिडेंट रखती है।