वर्ल्ड कप के नॉकआउट में किया था कमाल का प्रदर्शन
मोहिंदर अमरनाथ पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान क्रिकेट विश्लेषक (एनालिस्ट) हैं। उन्होंने ऐतिहासिक विश्व कप 1983 में शानदार प्रदर्शन किया था। सेमीफाइनल और फाइनल मैच में उन्हें मैन ऑफ द मैच’ के खिताब से भी नवाजा गया। जिम्मी ने वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में 46 रन की पारी खेली थी और गेंदबाजी में 27 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए थे। वहीं, फाइनल में जिम्मी ने बल्ले से 26 रन बनाए थे और महज 12 रन खर्चते हुए तीन विकेट भी चटकाए थे।
भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप की ताकत थे जिम्मी
‘जिमी’ के नाम से मशहूर मोहिंदर के खून में ही क्रिकेट था। उनके पिता लाला अमरनाथ और भाई सुरिंदर अमरनाथ भी क्रिकेटर थे। खास तौर पर लाला अमरनाथ भारतीय क्रिकेट के इतिहास में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। मोहिंदर एक ऐसे अद्भुत और जुझारू खिलाड़ी रहे, जिन पर पूरी टीम भरोसा करती थी। 1970 और 1980 के दशक में वो भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप की ताकत हुआ करते थे। बल्ले के साथ-साथ वो गेंदबाजी में भी माहिर थे। मोहिंदर न सिर्फ एक जुझारू क्रिकेटर थे, बल्कि बेखौफ होकर अपनी बात रखने वाले इंसान भी रहे हैं।
खिलाड़ियों और टीमों को आइना दिखाने में कभी पीछे नहीं हटे
क्रिकेट की गहरी समझ और बतौर एनालिस्ट वो खिलाड़ियों और टीमों को आइना दिखाने में कभी पीछे नहीं हटते हैं। मोहिंदर ने 1969 में अपना पहला मैच एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में किया, लेकिन अपने करियर के टॉप पर वे हमेशा एक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में पहचाने गए। हालांकि, वे गेंदबाजी में भी कुशल थे और गेंद को बड़े कौशल और नियंत्रण के साथ स्विंग और कट करने का माद्दा रखते थे। मोहिंदर अमरनाथ का क्रिकेट करियर
उनके नाम 69 टेस्ट मैच में 4,378 रन, जिसमें 11 शतक और 24 अर्धशतक शामिल हैं। साथ ही उन्होंने 55.68 औसत से 32 विकेट भी लिए हैं। 85 वनडे मैच में उन्होंने 30.53 के औसत से 1924 रन बनाए। उनका सर्वोच्च स्कोर (नाबाद 102 रन) का है। वनडे में 42.84 के औसत से उन्होंने 46 विकेट भी लिए।