टीम की विश्व कप जीत के बाद ठाना
एक क्रिकेट वेबसाइट के अनुसार, 2015 में जब ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम अपनी सरजमीं पर विश्व कप जीती थी तभी उसने तय किया था कि वह ऑस्ट्रेलिया का मैच देखने इंग्लैंड जरूर जाएगा। तब उसके पिता ने उस आठ साल के बच्चे को टालने के लिए कह दिया था कि अगर वह अपनी कमाई से 1500 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर इकट्ठा कर सका तो वह उसका सपना जरूर साकार करेंगे। हालांकि विश्व कप देखने तो वह नहीं आ सका, लेकिन एशेज सीरीज का चौथा मैच देखने में वह जरूर कामयाब रहा।
मैक्स अकेले मैच देखने इंग्लैंड नहीं आया है। उसका पूरा परिवार उसकी कमाई से मैच देखने आया है। इसके लिए आठ साल की उम्र में ही मैक्स ने अपनी मां के साथ मिलकर सप्ताह के अंत में अड़ोस-पड़ोस के घरों से कचरा उठाने का काम शुरू किया। इससे उन्हें हर घर से प्रति सप्ताह एक डॉलर मिलने लगा। इस तरह चार साल में उसने इंग्लैंड में मैच देखने तक पैसा जमा कर लिया।
बस में पसंदीदा खिलाड़ियों के साथ बैठकर बेहद खुश
मैक्स ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ बस में बैठने को लेकर बहुत खुश हैं। उन्हें वह स्टीव वॉ, जस्टिन लैंगर और नाथन लियोन के बगल में बैठे। लैंगर ने उन्हें प्लान बुक दिखाया। मैक्स ने कहा- इसे देखकर वह दंग रह गए। उन्होंने कहा कि स्टीव वॉ से मिलना उनके लिए अद्भुत रहा।
स्मिथ और कमिंस हैं पसंदीदा खिलाड़ी
मैक्स ने कहा कि इस दौरान उसे अपने दो पसंदीदा क्रिकेटरों से भी मिलने का मौका मिला। स्टीव स्मिथ और पैट कमिंस उनके पसंदीदा क्रिकेटर हैं। मैक्स ने इस दरमियान उनसे उनकी तैयारियों और खेल के बारे में बातचीत की। मैक्स ने कहा कि उन्हें बहुत मजा आया। दूसरे दिन लंच के समय ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जेम्स पैटिंसन ने तोहफे के रूप में मैक्स को पूरी टीम के ऑटोग्राफ वाली जर्सी भी भेंट की।