नरसिम्हा ने हनुमा पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए कहा, ‘ जब विहारी को कप्तानी से हटाया गया था तो उन्होंने बाकी प्लेयर्स को बुलाया और उन्हें एक पेपर साइन करने के लिए कहा। उस पेपर पर क्या लिखा था, वो हनुमा ने खिलाड़ियों को नहीं बताया और साइन करवा लिए।’ नरसिम्हा ने कहा, ‘आप किसी भी प्लेयर से पूछ सकते हैं और वो आपको एक ही बात कहेंगे। अब प्लेयर्स से पूछो कि उनसे पेपर कब साइन करवाए गए। बीते दिन या हाल में कोई पेपर साइन नहीं किया गया।’
बता दें रणजी ट्राफी 2024 का क्वार्टर फाइनल हारने के बाद विहारी ने आंध्र प्रदेश टीम का साथ छोड़ने की बात कही और बगैर किसी का नाम लिए बताया कि न्होंने 17वें नंबर के खिलाड़ी को डांट लगाई थी। जिसके बाद उसने अपने राजनेता पिता से शिकायत की और उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया। हनुमा ने अपने पोस्ट में किसी प्लेयर का नाम नहीं लिया था। मगर आंध्र की टीम के ही विकेटकीपर बल्लेबाज केएन पृध्वी राज ने सामने आकर कहा कि वही वो खिलाड़ी हैं।
इसके बाद विहारी के सपोर्ट में कई खिलाड़ी उतरे और आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन को एक लेटर भेजा। खिलाड़ियों ने हनुमा को टीम में वापस बुलाने की मांग की है। लेटर में लिखा है, ‘यह हनुमा विहारी से जुड़े ताज़ा विवाद को लेकर है। टीम के एक सदस्य ने शिकयात की है कि हनुमा विहारी ने मैच के दौरान उनसे गाली गलौज की और उनपर व्यक्तिगत हमले किए। यह बिलकुल झूठ है। उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है और भाषा का जहां तक सवाल है। ऐसा टीम में होता रहता है। ऐसा खिलाड़ियों का मनोबल उठाने के लिए कहा जाता है ताकि वे जोश से भरे रहें। ऐसी भाषा का इस्तेमाल ड्रेसिंग रूम में लंबे समय से होता आ रहा है।’
लेटर में आगे लिखा है, ‘दुर्भाग्य से हमारे एक टीम मेट ने इस भाषा को व्यक्तिगत तौर पर ले लिया। टीम के साथ -साथ सपोर्ट स्टाफ भी इसका गवाह है कि हनुमा ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है। हम चाहते हैं कि हनुमा को टीम में बतौर कप्तान वापस लाया जाये, वे बहुत बेहतरीन खिलाड़ी हैं और हमेशा खिलाड़ियों को बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। उनकी लीडरशिप में टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और 7 से ज्यादा बार क्वालीफाई किया है। हमने इस रणजी सीजना में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और हम सब हनुमा को वापस चाहते हैं।’ नरसिम्हा अपने बयान में आंध्र टीम के खिलाड़ियों द्वारा एसोसिएशन को लिखे गए इसी लेटर का जिक्र कर रहे हैं।
वहीं ‘इंडिया टुडे’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक नरसिम्हा ने कहा कि अगर उनके पास इतनी पावर होती कि वो हनुमा को हटा सकें, तो उनके हटने के बाद वो अपने बेटे को कप्तान नहीं बना देते। उनके बेटे को मैच खेलने तक का मौका नहीं मिला। नरसिम्हा ने हनुमा पर ही गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि हनुमा को गलत व्यवहार के बाद लगा कि एसोसिएशन के मेंबर्स उनसे सवाल कर सकते हैं तो उन्होंने उनके बेटे पृध्वी को निशाना बना लिया।