इस मैच में रविंद्र जडेजा ने 55 रनों की संघर्षपूर्ण पारी खेली। इसकी बदौलत उन्होंने आखिरी क्षणों में भारत को मैच में बनाए रखा। भारत की आशा उनके आउट होने के साथ ही समाप्त हुई। वह भारत की ओर से आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज थे। रविंद्र जडेजा ने अपनी इस पारी में दो चौके और एक सिक्स लगाया। यह पारी इस विस्फोटक बल्लेबाज ने विषम परिस्थितियों में अपने स्वभाव के विपरीत यह पारी खेली। चौकों-छक्कों के बजाय अपनी पूरी पारी को उन्होंने सिंगल्स पर केंद्रित रखा।
जडेजा ने अपनी इस अर्धशतकीय पारी के दौरान दो पूर्व लीजेंड भारतीय क्रिकेटर कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ा। यह जडेजा की सातवें क्रम पर उतरकर खेला गया सातवां अर्धशतक था। इससे पहले वह इस क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए छह अर्धशतक लगाकर कपिल और महेंद्र सिंह धोनी की बराबरी पर थे, लेकिन इस मैच में अर्धशतकीय पारी खेलते ही वह इन दोनों से आगे निकल गए और पहले स्थान पर पहुंच गए। अब उनके आगे इस क्रम पर बल्लेबाजी कर अर्धशतक लगाने वाला कोई भी भारतीय बल्लेबाज नहीं है।