भारत के खिलाफ दूसरे वनडे में मैथ्यूज की 109 गेंदों पर शानदार 106 रन की पारी ने ना सिर्फ उनकी टीम को प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुंचाया, बल्कि 652 की रेटिंग के साथ रैंकिंग में संयुक्त 7वें स्थान पर भी पहुंचा दिया। अब वह ऑस्ट्रेलिया की स्टार बाएं हाथ की बल्लेबाज बेथ मूनी के साथ संयुक्त 7वें स्थान पर हैं।
मैथ्यूज ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की एलिसा हीली रैंकिंग में एक स्थान खिसककर तीसरे स्थान पर आ गईं। श्रीलंका की चामरी अट्टापट्टू ने उन्हें पीछे छोड़ दिया जो अब दूसरे स्थान पर पहुंच गईं हैं।
भारत की जेमिमा रोड्रिग्स और ऋचा घोष की रैंकिंग में भी सुधार हुआ है। रोड्रिग्स ने सीरीज में 29 और 52 रन बनाए और 4 पायदान की छलांग के साथ 22वें स्थान पर पहुंच गईं जबकि ऋचा घोष ने 13 और 23 रन की नाबाद पारी की बदौलत 7 पायदान ऊपर चढ़कर 41वें स्थान पर पहुंच गईं। इस बीच, वेस्टइंडीज की चिनेल हेनरी ने अंतिम वनडे में अपने शानदार अर्द्धशतक की बदौलत 21 पायदान के लाभ के साथ 65वें स्थान पर पहुंच गईं।
भारत की दीप्ति शर्मा सीरीज की सबसे बेहतरीन गेंदबाज रहीं, जिन्होंने दो मैचों में 8 विकेट चटकाए, जिसमें तीसरे वनडे में करियर का सर्वश्रेष्ठ 6/31 का प्रदर्शन भी शामिल है। इस प्रभावशाली प्रदर्शन ने गेंदबाजी रैंकिंग में दीप्ति और दक्षिण अफ्रीका की मारिजान कैप के बीच के अंतर को कम कर दिया। दीप्ति ने अपना 5वां स्थान बरकरार रखा, लेकिन अब वह 665 की रेटिंग के साथ कैप से सिर्फ 12 अंक पीछे हैं।
हेली मैथ्यूज की ऑफ स्पिन ने भी उन्हें गेंदबाजी रैंकिंग में दो पायदान की छलांग लगाकर 7वें स्थान पर पहुंचा दिया। उन्होंने इंग्लैंड की चार्ली डीन और बांग्लादेश की नाहिदा अख्तर को पीछे छोड़ दिया। भारत की तितास साधु ने पहली बार टॉप-100 में प्रवेश किया, जो उनके युवा करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
अपने शानदार प्रदर्शन के बावजूद न तो मैथ्यूज और न ही दीप्ति आईसीसी ऑलराउंडर रैंकिंग में आगे बढ़ पाईं। मैथ्यूज तीसरे स्थान पर बनी हुई हैं, जबकि दीप्ति छठे स्थान पर कायम हैं। हालांकि, सीरीज में चिनेल हेनरी के ऑलराउंड योगदान ने उन्हें छह पायदान ऊपर पहुंचा दिया और अब वह ऑस्ट्रेलिया की मेगन शट्ट के साथ 27वें स्थान पर हैं।