दूसरी पारी में जब भारतीय टीम 359 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी तब लंच तक 1 विकेट गंवाकर 81 रन बना लिए थे। इसके बाद दूसरे सत्र में छह विकेट गंवाने से टीम पर हार का संकट मंडराने लगा और आखिरकार टीम को 113 रन से हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया घर में 18 सीरीज के बाद कोई ऋृखंला हारी है। रोहित शर्मा की कप्तानी में यह पहली सीरीज हार भी है। इस सीरीज में कुछ गलतियां ऐसी हुईं, जो शायद ही देखने को मिलती हैं। विराट कोहली का दोनों पारियों में डिसमिसल, रोहित शर्मा के फील्डिंग के दौरान गलत फैसले। टीम में अक्षर पटेल को न खिलाना, सरफराज का बैटिंग ऑर्डर बदलना। समझ नहीं आ रहा कि खराब प्रदर्शन के बाद ये सब फैसले क्यों लिए गएं।
गलतियों की भरमार
अपने ही घर में आप स्पिनर्स के खिलाफ संघर्ष करते नजर आए। पहले टेस्ट में 46 पर ढेर हुए तो दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 156 रन पर ढेर हो गई। इसी पिच पर न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 259 रन बनाए थे और भारत ने भी दूसरी पारी में 245 रन बना डाले। लेकिन पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन की वजह से टीम की हार पहली पारी में ही तय हो गई थी। यही नहीं इस सीरीज में न विराट कोहली का बल्ला चला न रोहित शर्मा कुछ खास कर पाए। युवाओं प्रेशर नहीं झेल पाए और दिग्गज टशन में हैरान रहे।