पिता को खोया, अब मां ही मेरी हिम्मत
तजमीन के लिए उनकी मां ही सबकुछ हैं। साल 2021 में कोविड के कारण अपने पिता को खोने के बाद मां हर कदम पर उनके साथ खड़ी रही हैं। तजमीन ने कहा, मेरे बुरे दौर में मां और पिता ही थे, जिन्होंने मुझे फिर से जीने के लिए प्रेरित किया। उन्हीं की वजह से मैं क्रिकेट में करियर बना सकी। तजमीन ने कहा, भले ही मां विश्व कप के दौरान यहां नहीं होंगी, लेकिन मैं उनके लिए यहां अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहती हूं। खुदकुशी करने का ख्याल आता था
33 वर्षीय तजमीन ने बताया कि 2011 में जब मेरा कार एक्सीडेंट हुआ तो ऐसा लगा सबकुछ खत्म हो गया। मैं टूट गई थी। इतनी हताश हो चुकी थी कि खुदकुशी करने का ख्याल आता था। इस दौरान मुझे क्रिकेट कोच फ्रांस्वान मिले, उन्होंने मुझे क्रिकेट खेलने की सलाह दी। मैं पहले
क्रिकेट खेल चुकी थी, इसलिए यह खेल मेरे लिए नया नहीं था। हालांकि मुझे बहुत कुछ सीखना था।
मेरे पास क्रिकेट किट भी नहीं थी
दक्षिण अफ्रीका के लिए 57 टी20 मैच खेल चुकी तजमीन ने बताया कि शुरुआत में मेरे पास क्रिकेट किट तक नहीं थी, लेकिन मैंने खेलना शुरू किया। मैंने कुछ मैचों बाद ही अच्छे स्कोर किया और फिर टीम में मेरा चयन हो गया। अब मैं दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीम में हूं। ओलंपिक में खेलने का सपना अब भी है
28 वनडे खेल चुकी तजमीन ने हालांकि, अब भी ओलंपिक में खेलने का सपना देखना नहीं छोड़ा है। उन्होंने अपनी बांह में ओलंपिक रिंग्स का टैटू बनवा रखा है। तजमीन कहती हैं कि उम्मीद है कि अब भी ओलंपिक खेल सकती हूं। हालांकि, यह सपना सच होने में अभी 4 साल बाकी है। गौरतलब है कि 2028 में होने वाले लॉस एंजिलिस ओलंपिक में क्रिकेट को भी शामिल किया गया है।