आखिरी मैच में भी जमकर हूटिंग
इस मैच में दूसरी पारी के दौरान भी हाल कुछ ऐसा ही था। जब रोहित 38 गेंदों में 68 रनों की पारी खेलने के बाद वापस डगआउट जा रहे थे, तब फैंस ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनको इस पारी के लिए धन्यवाद किया, लेकिन उसके बाद जैसे ही हार्दिक बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे तो लोगों ने उनके खिलाफ हूटिंग शुरू कर दी। बता दें कि हार्दिक जब से मुंबई के कप्तान बने हैं, तब से हर मैच में फैंस का रवैया ऐसा ही रहा।
‘मुझे हार्दिक के लिए काफी बुरा लग रहा था’
मुंबई के कोच मार्क बाउचर ने कहा कि फैंस की प्रतिक्रियाओं को सुनना अच्छा अनुभव नहीं था। मुझे हार्दिक के लिए काफी बुरा लग रहा था। इस तरह के अनुभव से गुजरना कहीं से भी आसान नहीं होता है। टीम में कई ऐसी चीजे हैं, जिनके बारे में हमें चर्चा करनी होगी। हालांकि अभी तुरंत उन चीजों पर चर्चा करना सही नहीं है। अभी टीम का हर सदस्य काफी भावुक और निराश है। इसी कारण से हम अभी कोई फैसला नहीं लेने वाले हैं। सबसे पहले हमें यह मूल्यांकन करना है कि हमने कहां गलती की। बाउचर ने स्वीकारा इस सीजन प्रदर्शन अच्छा नहीं था
बाउचर ने स्वीकारा कि इस सीजन टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं था, लेकिन उम्मीद है कि टीम प्रबंधन अगले सीजन से पहले कुछ अच्छे फै़सले करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसी कई हैं जिनमें हमें सुधार की ज़रूरत है, चाहे वह मैदान पर हो या मैदान के बाहर। हमारे टीम प्रबंधन में कई महान खिलाड़ी मौजूद हैं। हम एक साथ बैठेंगे और इस पर चर्चा करेंगे कि कैसे इन खिलाड़ियों से उस तरह के प्रदर्शन को बाहर निकाला जाए, जिसके लिए ये सक्षम हैं।
हार्दिक पांड्या ने गेंद और बल्ले दोनों से किया निराश
हार्दिक ने इस सीज़न 13 पारियों में सिर्फ़ 18 की औसत से मात्र 216 रन बनाए। साथ ही गेंद के साथ उन्होंने 12 पारियों में 11 विकेट लिए और उनकी इकॉनमी 10.75 की रही। बाउचर ने इस बात को भी स्वीकार किया कि मैदान के बाहर जिस तरह की चीज़ें हुईं, उससे हार्दिक के प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ा। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से हमारे ड्रेसिंग रूम में उन्हें बहुत समर्थन मिल रहा था, लेकिन एक खिलाड़ी के रूप में इससे गुजरना एक कठिन अनुभव है। मुझे लगता है कि वह जिन चीजों से गुजर रहे हैं, उनमें से बहुत सी चीजें अनावश्यक हैं। यह निश्चित रूप से हार्दिक के लिए सीखने का एक बेहतर अवसर होगा।