बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले टीम को तगड़ा झटका, सर्जरी के चलते 6 महीने क्रिकेट नहीं खेल सकेगा ये स्टार ऑलराउंडर इस पर भारतीय कोच गौतम गंभीर ने सोमवार को बेंगलुरु में दिग्गज क्रिकेटर विराट कोहली के 2008 में पदार्पण दिनों को याद करते हुए कहा, उनमें उस दिन से लेकर अब तक रनों की भूख वैसी ही बनी हुई है। विराट के बारे में मेरे विचार हमेशा स्पष्ट रहे हैं कि वह एक विश्व स्तरीय क्रिकेटर हैं। उन्होंने इतने लंबे समय तक प्रदर्शन किया है। वह आज भी उतना ही रनों का भूखा है, जितना अपने पदार्पण के समय था। मेरे हिसाब से उसकी रनों की यह भूख बनी हुई है। वह भूख ही उसे विश्व स्तरीय क्रिकेटर बनाती है। मुझे यकीन है कि वह इस सीरीज में रन बनाने के लिए बेताब होंगे। शायद ऑस्ट्रेलिया के लिए भी आगे बढ़ेंगे। इसलिए, मुझे यकीन है कि वह सीरीज के इन तीन टेस्ट मैचों और फिर ऑस्ट्रेलिया में रनों की तलाश में होंगे।
न्यूजीलैंड के खिलाफ WTC के फ़ाइनल में जगह पक्की करने उतरेगा भारत, जानें इस सीरीज से जुड़ी सभी डिटेल्स कोच गौतम गंभीर ने यह भी कहा कि हर एक मैच के बाद आप किसी के बारे में आंकलन नहीं कर सकते। यह उनके साथ न्याय नहीं होगा। यह खेल है और कई बार खिलाड़ी असफल भी हो जाते हैं। मेरे विचार से सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर हम लक्ष्य हासिल कर रहे हैं और लोग अच्छा कर रहे हैं और परिणाम भी अच्छा है तो सब ठीक है।
कोहली करीब एक साल से खराब फॉर्म में
दिग्गज भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली का खराब प्रदर्शन इस साल बदस्तूर जारी है। इस साल दिग्गज क्रिकेटर ने कुल तीन टेस्ट मैच खेले हैं और 31 की औसत से रन बनाए हैं। उन्होंने इस साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में टेस्ट मैच में 58 रन, चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 23 रन जबकि कानपुर टेस्ट में 76 रन बनाए थे।