बुमराह को बताया मोस्ट वैल्यूएबल प्राइमेट
गुहा ने कहा कि एमवीपी – मोस्ट वैल्यूएबल प्राइमेट… वह टीम इंडिया के लिए काफी कुछ करने वाले तेज गेंदबाज हैं। गाबा टेस्ट की तैयारियों के लिए बुमराह पर इतना ध्यान क्यों दिया जा रहा है? क्या वह आगे फिट रह पाएंगे?। उन्हें दूसरे छोर भी कुछ सपोर्ट की जरूरत है। ईशा की ओर से ‘प्राइमेट’ शब्द का इस्तेमाल किया गया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। फैंस ने इस शब्द का बुमराह के लिए इस्तेमाल किए जाने पर ईशा गुहा की जमकर आलोचना की। इसके बाद ईशा को गाबा टेस्ट के तीसरे दिन आज सोमवार को फॉक्स क्रिकेट पर ऑन-एयर अपने बयान पर माफी मांगनी पड़ी।
‘मैंने गलत शब्द का चयन किया’
ईशा गुहा ने कहा कि वह जसप्रीत बुमराह की तारीफ करना चाहती थीं, लेकिन उन्होंने गलत शब्द का इस्तेमाल किया। फैंस समझेंगे कि उनकी बुमराह को लेकर की गई टिप्पणी में कोई दुर्भावना नहीं है। मैंने कल कमेंट्री में एक शब्द का इस्तेमाल किया, जिसके कई अलग-अलग मायने हैं। मैं ऐसे किसी भी अपराध के लिए माफी मांगती हूं। ‘मैं बुमराह की बड़ी प्रशंसक’
ईशा ने कहा कि अगर आप मेरी पूरी कॉपी सुनेंगे तो समझेंगे कि मेरा कहने का मतलब भारत के महान खिलाड़ियों में से एक की तारीफ से था। जसप्रीत बुमराह ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनकी मैं बहुत प्रशंसा करती हूं। मैं समानता में विश्वास करती हूं। कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसने अपना करियर क्रिकेट को जीने और उसे समझने में बिताया है, मैं उनका सम्मान करती हूं।
रवि शास्त्री ने की ईशा की तारीफ
उन्होंने कहा आगे कहा कि मेरा प्रयास बुमराह की उपलब्धियों को बताने का था, लेकिन मैंने गलत शब्द का चुनाव किया। इसके लिए मैं गहरा खेद व्यक्त करती हूं। उम्मीद है कि फैंस समझेंगे कि वहां मेरा कोई दुर्भावना का इरादा नहीं था। उम्मीद है कि ये टेस्ट में विवाद का माध्यम नहीं बनेगा। भारतीय टीम के पूर्व कोच और दिग्गज खिलाड़ी रवि शास्त्री ने ईशा गुहा के माफी मांगने की बहादुरी की तारीफ की है।