जय शाह के एक दिसंबर को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) का चेयरमैन बनने के बाद से सैकिया बीसीसीआई के अंतरिम सचिव के रूप में काम कर रहे थे। अब उन्हें फुलटाइम जिम्मेदारी मिल गई है। वहीं भाटिया ने आशीष शेलार की जगह ट्रेजरर बनाया गया है। शेलार ने हाल ही में महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी, जिसके चलते ये पद रिक्त था।
बीसीसीआई के संविधान के अनुसार किसी भी रिक्त पद को एसजीएम बुलाकर 45 दिनों के भीतर भरा जाता है। रविवार इस अवधि का 43वां दिन था। बीसीसीआई के ट्रेजरर और सचिव के लिए नामांकन पिछले समाप्त ही बंद कर दिये गए थे। जबकि नामांकन वापस लेने की समय सीमा मंगलवार दोपहर दो बजे तक थी। चुनाव में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों की सूची बीसीसीआई के चुनाव अधिकारी और भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति ने मंगलवार को तैयार की। इस सूची में केवल दो उम्मीदवार देवजीत सैकिया और प्रभतेज सिंह भाटिया ही बचे थे। ऐसे में उन्हें निर्विरोध चुन लिया गया।
कौन हैं देवजीत सैकिया?
55 साल के देवजीत सैकिया ने 1990 से 1991 के बीच फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट खेला है। विकेटकीपर बल्लेबाज सैकिया ने असम के लिए चार फर्स्ट क्लास मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 8.83 की औसत से 53 रन बनाए। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 54 रन रहा। इस दौरान सैकिया ने आठ कैच लपके और एक बल्लेबाज को स्टम्प आउट किया। क्रिकेट के बाद उन्होंने लॉ में अपना करियर बनाया और 28 साल की उम्र में गौहाटी हाई कोर्ट में वकील बने। वहीं, खेल कोटा के तहत उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और उत्तरी रेलवे में नौकरी मिली। 2016 में सैकिया को असम क्रिकेट संघ (ACA) का उपाध्यक्ष चुना गया। फिर साल 2019 में उन्हें एसीए का सचिव चुना गया। इसके बाद 2022 में उनकी बीसीसीआई में एंट्री हुई और वो संयुक्त सचिव नियुक्त किए गए।
कौन हैं प्रभतेज सिंह भाटिया?
प्रभतेज सिंह भाटिया की बात करें तो वो छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखते हैं। प्रभतेज का जन्म रायपुर में हुआ था और वो दिग्गज उद्योगपति बलदेव सिंह भाटिया के बेटे हैं। प्रभतेज छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ (CSCS) के अध्यक्ष रह चुके हैं।