हर खिलाड़ी बन सकेगा करोड़पति
इसके तहत, सभी फ्रेंचाइजी मैच फीस के रूप में 12.60 करोड़ रुपए आवंटित करेंगी। वहीं, आईपीएल 2025 से सभी प्लेयर्स को मैच फीस के रूप में 7.50 लाख रुपए मिलेंगे। ऐसे में यदि कोई खिलाड़ी आईपीएल में पूरे सीजन खेलता है तो वह करोड़पति बन जाएगा और उसे कुल 1.05 करोड़ रुपए मिलेंगे। यह फैसला उन प्लेयर्स के लिए अहम हैं, जो 20 या 40 लाख रुपए के बेस प्राइज पर टीमों के साथ जुड़ते हैं। 6 खिलाड़ी रिटेन कर सकेंगी फ्रेंचाइजी
एक रिपोर्ट के तहत, आईपीएल 2025 से पहले होने वाली मेगा नीलामी से पहले फ्रेंचाइजी टीमें छह प्लेयर्स को रिटेन कर सकेगी। इसमें पांच पांच अंतरराष्ट्रीय और एक अनकैप्ड
क्रिकेटर होगा।
टीमों के पर्स की लिमिट बढ़ाई
नीलामी से पहले फ्रेंचाइजी टीमों के पर्स की लिमिट में भी 20 करोड़ रुपए का इजाफा किया गया है। पहले यह लिमिट 100 करोड़ रुपए थी, जो अब 120 करोड़ रुपए कर दी गई है।
5 दिसंबर को नीलामी होने की संभावना
रिपोर्ट के तहत, अगले सीजन से पहले होने वाली प्लेयर्स मेगा नीलामी पांच दिसंबर को दुबई में आयोजित हो सकती है। यह पहली बार होगा, जब नीलामी देश से बाहर आयोजित की जाएगी। धोनी अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर खेल सकेंगे
एक रिपोर्ट के तहत, पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल 2025 में अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर खेल सकते हैं। दरअसल, आईपीएल ने एक पुराने नियम को फिर लागू करने का फैसला किया है, जिसे 2021 में हटा दिया गया था। इसके तहत, पांच साल पहले भारतीय टीम से रिटायर होने वाला खिलाड़ी नीलामी में अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर शामिल हो सकता है। धोनी ने 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था।
राइट टू मैच कार्ड की हुई वापसी
आईपीएल में अब राइट टू मैच कार्ड की भी वापसी हो रही है। इसके तहत, यदि कोई फ्रेंचाइजी किसी खिलाड़ी को रिटेन नहीं कर पाती है तो वह उसे इस कार्ड के जरिए नीलामी में खरीद सकती है। मान लीजिए चेन्नई सुपरकिंग्स महेंद्र सिंह धोनी को रिटेन नहीं करती है। ऐसे में धोनी का नाम नीलामी में जाएगा। वहां, किसी फ्रेंचाइजी ने धोनी को 10 करोड़ रुपए में अपने साथ शामिल कर लिया। अब यदि चेन्नई धोनी को वापस अपनी टीम में चाहती है तो वह राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल कर धोनी को 10 करोड़ रुपए में अपने साथ रख सकती है।
इम्पैक्ट प्लेयर नियम रहेगा
आईपीएल के अगले सीजन में भी इम्पैक्ट प्लेयर का नियम लागू रहेगा। इसके तहत, कोई भी टीम अंतिम-11 में शामिल किसी खिलाड़ी को बीच मैच के दौरान बेंच पर बिठाकर, उसकी जगह किसी और खिलाड़ी को मैदान पर उतार सकती है।