नकवी ने BCCI को दी चेतावनी
नक़वी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने पिछले साल वनडे विश्व कप के लिए भारत का दौरा किया था, इसलिए भारत को भी पाकिस्तान आना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर हमें भारत से कोई पत्र मिलता है तो हम अपनी सरकार के पास जाएंगे और उनके निर्णय को मानेंगे। इससे पहले पाकिस्तान ने भारत के लिए बड़ा दिल दिखाते हुए एशिया कप का आयोजन हाइब्रिड मॉडल पर किया था और पाकिस्तान की टीम वनडे विश्व कप के लिए वहां गई थी। लेकिन हर बार ऐसा नहीं हो सकता। अगर ऐसा होता है तो अगली बार से हम भी भारत में किसी टूर्नामेंट में जाने के लिए सरकार से अनुमति लेंगे, ना कि पीसीबी कोई निर्णय लेगी।” राजनीतिक तनाव के कारण 2012-13 के बाद से दोनों देशों के बीच कोई भी द्विपक्षीय सीरीज़ नहीं हुई है, वहीं दोनों देशों के बीच आख़िरी टेस्ट 2007 में हुआ था। नक़वी ने कहा कि क्रिकेट, राजनीति से मुक्त होना चाहिए। चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए लाहौर, रावलपिंडी और कराची तीन मैदान निर्धारित किए गए हैं, लेकिन भारत को प्रस्ताव दिया गया है कि वे अपने सभी मैच लाहौर में खेल सकते हैं, जो कि भारतीय बॉर्डर से काफ़ी पास है। इससे भारतीय दर्शकों को भी सुविधा होगी। पीसीबी ने बताया है कि उसने भारतीय दर्शकों के लिए लगभग 17,000 वीज़ा की व्यवस्था की है।
नक़वी ने कहा, “लगभग सभी देश चाहते हैं कि टूर्नामेंट पाकिस्तान में हो और पीसीबी उन्हें हर सुविधा देने को तैयार है। मैं कुछ बोर्ड के भी संपर्क में हूं और सभी यहां खेलने के लिए उत्साहित हैं। मुझे नहीं लगता कि इसे कोई राजनीतिक मुद्दा बनाना चाहिए। हम हर टीम को हर तरह की सुविधा देंगे। हम चाहते हैं कि इस टूर्नामेंट के लिए विदेशों से भी फ़ैंस आएं।”
ईएसपीएन क्रिकइंफो को मिली जानकारी के मुताबिक़ बीसीसीआई ने भले ही इस मामले को औपचारिक रूप से साझा नहीं किया है, लेकिन उनका रूख़ बदलने वाला नहीं है। वे पाकिस्तान जाने के लिए भारत सरकार की अनुमति का इंतज़ार करते रहे हैं और अभी भी वही करेंगे। हालांकि अभी साफ़ नहीं हो पाया है कि बीसीसीआई ने अभी तक इस टूर्नामेंट के लिए अनुमोदन मांगा है या नहीं। यह टूर्नामेंट पाकिस्तान में 19 फ़रवरी से 9 मार्च के बीच होने वाला है, जिसके शेड्यूल की औपचारिक घोषणा आईसीसी द्वारा अभी होनी बाक़ी है।